23 लाख में गोल्डन वीजा का सपना चकनाचूर, UAE ने दावों का किया खंडन; कहा- मनगढ़ंत दावे हैं, ऐसा कोई प्लान नहीं
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने स्पष्ट किया है कि भारतीयों और बांग्लादेशी नागरिकों के लिए एक लाख दिरहम में कोई गोल्डन वीजा उपलब्ध नहीं है। यह स्पष्टीकरण उस खबर के बाद आया है जिसमें कहा गया था कि यूएई सरकार नामांकन के आधार पर एक नया गोल्डन वीजा शुरू कर रही है।

पीटीआई, दुबई। नामांकन के आधार पर संयुक्त अरब अमीरात के लिए आजीवन गोल्डन वीजा को लेकर यूएई ने कहा है कि एक लाख दिरहम (करीब 23.30 लाख रुपये) में भारतीयों और बांग्लादेशी नागरिकों के कोई गोल्डन वीजा नहीं है।
यूएई का स्पष्टीकरण छह जुलाई के उस खबर को लेकर आई है, जिसमें कहा गया था कि यूएई सरकार ने एक नए प्रकार का गोल्डन वीजा शुरू किया है। यह यहां संपत्ति या व्यवसाय में बड़े निवेश की वर्तमान प्रथा से अलग होगा। इसमें भारत में नामांकन-आधारित गोल्डन वीजा के प्रारंभिक रूप का परीक्षण करने के लिए रयाद ग्रुप नामक एक परामर्श कंपनी को चुनने की भी बात कही गई थी।
रयाद ग्रुप ने किया था दावा
रयाद ग्रुप के प्रबंध निदेशक रयाद कमल अयूब ने कहा था कि यह भारतीयों के लिए यूएई का गोल्डन वीजा प्राप्त करने का सुनहरा अवसर है। उन्होंने बताया था कि जब भी कोई आवेदक इस गोल्डन वीजा के लिए आवेदन करेगा, हम पहले उनकी पृष्ठभूमि की जांच करेंगे, जिसमें एंटी-मनी लांड्रिंग और आपराधिक रिकॉर्ड की जांच शामिल होगी।
यूएई के संघीय पहचान, नागरिकता, सीमा शुल्क और बंदरगाह सुरक्षा प्राधिकरण (आईसीपी) ने दावों को खारिज करते हुए कहा है कि इसका कोई कानूनी आधार नहीं है। आईसीपी ने कहा कि सभी गोल्डन वीजा आवेदनों को संयुक्त अरब अमीरात के भीतर आधिकारिक सरकारी चैनलों के माध्यम से ही निपटाया जाता है और आवेदन प्रक्रिया में किसी भी आंतरिक या बाहरी परामर्श संस्था को अधिकृत पक्ष के रूप में मान्यता नहीं दी जाती है।
कंपनी ने मांगी माफी
- इसमें यह भी कहा गया है कि संयुक्त अरब अमीरात में रहने और निवास करने के इच्छुक व्यक्तियों से अवैध रूप से धन इकट्ठा करने के प्रयास में ऐसी झूठी जानकारी फैलाने वाली संस्थाओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। आईसीपी की ओर से दावों को खारिज करने के एक दिन बाद खलीज टाइम्स को भेजे बयान में दुबई स्थित रयाद समूह ने वीजा को लेकर पैदा हुए 'सार्वजनिक भ्रम' की स्थिति के लिए माफी मांगी है।
- समूह ने कहा है कि हम यह सुनिश्चित करने की पूरी जिम्मेदारी लेते हैं कि भविष्य में संचार स्पष्ट, सटीक और यूएई के कड़े नियामक ढांचे के अनुरूप हो। अपने बयान में, रायद समूह ने कहा कि हम यह भी स्वीकार करना चाहते हैं कि रायद समूह के प्रबंध निदेशक द्वारा की गई कुछ सार्वजनिक टिप्पणियां गलत थीं।
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