सऊदी अरब ने की यूएई से आए जहाजों पर बमबारी, क्यों भिड़ रहे हैं बरसों पुराने पक्के दोस्त?
यमन में सऊदी अरब ने यूएई से आए जहाजों पर बमबारी की, जिसमें हथियार और सैन्य वाहन थे। सऊदी का आरोप है कि यूएई यमन के अलगाववादी संगठन एसटीसी को समर्थन दे ...और पढ़ें

सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में ठन गई है (फोटो: रॉयटर्स)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। यमन में अरब जगत के दो घनिष्ठ मित्र देशों-सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में ठन गई है। मंगलवार को यमन के मुकल्ला बंदरगाह पर उतर रहे हथियारों और सैन्य वाहनों पर सऊदी अरब ने हवाई हमला किया। पता चला है कि ये हथियार और वाहन यूएई ने यमन के अलगाववादी संगठन एसटीसी के लिए भेजे थे।
सऊदी अरब ने यूएई के एसटीसी (सदर्न ट्रांजिशनल काउंसिल) को हथियार और समर्थन देने के कदम को युद्ध से बर्बाद यमन के लिए बेहद खतरनाक बताया है। हाल के महीनों में यूएई समर्थित एसटीसी के यमन में आगे बढ़ने से बढ़े तनाव के बीच सऊदी अरब ने उसे मिलने वाले हथियारों को नष्ट करने के लिए ताजा बमबारी की है।
अमीराती सैनिकों से 24 घंटे में यमन छोड़ने के लिए
इस बमबारी के बाद सऊदी अरब और यमन में उसके समर्थित संगठनों ने अमीराती सैनिकों से 24 घंटे में यमनी धरती छोड़ने के लिए कहा है। यूएई ने एसटीसी के समर्थन को संयम और बुद्धिमत्ता वाला कदम बताया है जबकि सऊदी अरब ने अपने पुराने मित्र देश के विपरीत इसे खतरनाक निर्णय बताया है। यूएई ने यमन में मौजूद अपने सैनिकों को वापस बुलाने के बारे में अभी कुछ नहीं कहा है।
विदित हो कि 2014 में सऊदी अरब और यूएई ने मिलकर ईरान समर्थित हाउती विद्रोहियों से लड़ाई लड़ी थी। करीब 10 वर्ष तक चले युद्ध के बाद उनका हाउती संगठन से समझौता हुआ और इस समय यमन के अलग-अलग भूभागों पर हाउती संगठन, अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त सरकार और एसटीसी का कब्जा है। एसटीसी के कब्जा बढ़ाने की कोशिश से ही यमन में तनाव बढ़ा है और सऊदी अरब के हित प्रभावित होने का खतरा पैदा हो गया है।
सऊदी अरब की वायुसेना ने मुकल्ला में कार्रवाई की
सऊदी अरब के सरकारी मीडिया ने बताया है कि हथियारों और सैन्य वाहनों से लदे जहाज यूएई के फूजैराह बंदरगाह से यमन आए थे। इस सैन्य आपूर्ति को गुप्त रखने के लिए जहाजों ने अपने ट्रैकिंग डिवाइस स्विच ऑफ कर रखे थे जिससे उनका रास्ता कोई जान नहीं पाए। एसटीसी को हथियारों की इस आपूर्ति की खुफिया सूचना मिलने के बाद सऊदी अरब की वायुसेना ने मुकल्ला में कार्रवाई की। इस कार्रवाई में फिलहाल किसी के मारे जाने की सूचना नहीं है।
सऊदी अरब के हमले के बाद यूएई के विदेश मंत्रालय ने कहा कि जहाजों से हथियारों की आपूर्ति नहीं की गई थी बल्कि सैन्य वाहन भेजे गए थे। ये वाहन यमन में तैनात यूएई के सैनिकों के उपयोग के लिए थे। जिस जहाज पर सऊदी अरब ने हमला किया उसका नाम ग्रीनलैंड बताया गया है और उस पर सेंट किट्स का झंडा लगा था। यह जहाज 22 दिसंबर को यूएई के फूजैराह बंदरगाह से रवाना हुआ था और रविवार को मुकल्ला पहुंचा था। हमले का निशाना बने दूसरे जहाज के बारे में अभी विस्तृत जानकारी सामने नहीं आई है।
(न्यूज एजेंसी एपी के इनपुट के साथ)

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