Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Iran News: इजरायल पर हमले को लेकर ईरान में रार, आपस में बंटे राष्ट्रपति और ताकतवर रिवोल्यूशनरी गार्ड्स

    Updated: Sat, 10 Aug 2024 03:29 PM (IST)

    ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन और शक्तिशाली इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के बीच गतिरोध की स्थिति बन गई है। द टेलीग्राफ की खबर के मुताबिक हानिया की हत्या के बाद इजरायल के खिलाफ कार्रवाई करने को लेकर ईरानी सरकार बंट गई है। ईरानी सेना इजरायल पर सीधे मिसाइल हमला करने की बात कह रही है। वहीं राष्ट्रपति पेजेशकियन हमले की इस आक्रामक रणनीति का विरोध कर रहे हैं।

    Hero Image
    इजरायल के नागरिक ठिकानों पर हमले के पक्ष में नहीं हैं राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन। (फोटो, रॉयटर्स)

    डिजिटल डेस्क, तेहरान। हमास चीफ इस्माइल हनिया की तेहरान में हत्या को लेकर ईरान में भारी बवाल मचा हुआ है। दरअसल, हानिया की हत्या के बाद ईरान ने इजरायल पर हमला करने का एलान किया है, लेकिन इजरायल पर हमले को लेकर ईरान में ही दो फाड़ हो गया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ऐसे में ईरान के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन और शक्तिशाली इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के कुछ कट्टरपंथियों के बीच गतिरोध की स्थिति बन गई है। द टेलीग्राफ की खबर के मुताबिक, हानिया की हत्या के बाद इजरायल के खिलाफ कार्रवाई करने को लेकर ईरानी सरकार बंट गई है।

    रिवोल्यूशनरी गार्ड और राष्ट्रपति में मतभेद

    इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स जहां तेल अवीव और अन्य प्रमुख इजरायली शहरों पर सीधे और गंभीर मिसाइल हमले की बात कह रहा है। वहीं, राष्ट्रपति पेजेशकियन हमले की इस आक्रामक रणनीति का विरोध कर रहे हैं।

    इजरायल के नागरिक ठिकानों पर हमले के पक्ष में नहीं पेजेशकियन

    मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबक, राष्ट्रपति पेजेशकियन अपने उदारवादी रुख के लिए जाने जाते हैं। पेजेशकियन जहां इजरायल के नागरिक ठिकानों पर हमले के पक्ष में नहीं हैं, वहीं इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स इजरायल के नागरिक ठिकानों पर मिसाइल और रॉकेट हमलों के पक्ष में है।

    मोसाद के ठिकानों पर हमलों की बात कह रहे राष्ट्रपति

    पेजेशकियन इजरायल के बाहर स्थित खुफिया एजेंसी मोसाद के ठिकानों पर हमलों की बात कह रहे हैं। उनका मानना है कि यह रणनीति से इजरायल के साथ पूरी तरह से युद्ध के जोखिम कम होगा। साथ ही पेजेशकियन ये बात भी कह रहे हैं कि अगर युद्ध हुआ तो ईरान को गंभीर परिणाम भुगतने हो सकते हैं।

    इजरायल पर हमले के गंभीर परिणाम हो सकते हैं

    राष्ट्रपति पेजेशकियन के एक करीबी सहयोगी ने टेलीग्राफ को बताया, "पेजेशकियन को डर है कि इजरायल पर किसी भी सीधे हमले के गंभीर परिणाम होंगे।" ऐसे में अब देश में सवाल उठने लगे हैं कि आखिर ईरान इजरायल पर कब और किस तरह से हमला करता है।

    ये भी पढ़ें: Israel strike: गाजा में फिर तबाही, स्कूल पर इजरायली एयर स्ट्राइक में 100 से ज्यादा की मौत