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    संघर्ष विराम समझौते के दूसरे चरण के लिए बातचीत शुरू करेंगे नेतन्याहू, लेबनान से वापस आई इजरायली सेना

    इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने आधिकारिक तौर पर युद्धविराम समझौते के दूसरे चरण के लिए बातचीत शुरू करने का फैसला किया है। साथ ही फैसले के बारे में सुरक्षा कैबिनेट को सूचित किया है। 19 जनवरी से प्रभावी युद्धविराम समझौते के पहले चरण के तहत 2000 फलस्तीनियों के बदले में 33 इजरायली बंधकों को रिहा किए जाने की उम्मीद है।

    By Agency Edited By: Jeet Kumar Updated: Thu, 20 Feb 2025 05:45 AM (IST)
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    संघर्ष विराम समझौते के दूसरे चरण के लिए बातचीत शुरू करेंगे नेतन्याहू (फोटो- जागरण)

    आइएएनएस, गाजा। नेतन्याहू ने आधिकारिक तौर पर युद्धविराम समझौते के दूसरे चरण के लिए बातचीत शुरू करने का फैसला किया है। साथ ही फैसले के बारे में सुरक्षा कैबिनेट को सूचित किया है। इजरायल की सरकारी प्रसारण सेवा ने यह जानकारी दी है।

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    33 इजरायली बंधकों को रिहा किए जाने की उम्मीद

    19 जनवरी से प्रभावी युद्धविराम समझौते के पहले चरण के तहत 2,000 फलस्तीनियों के बदले में 33 इजरायली बंधकों को रिहा किए जाने की उम्मीद है। दूसरे चरण में शेष बंधकों की रिहाई, फलस्तीनी क्षेत्र से इजरायली बलों की पूर्ण वापसी और स्थायी युद्धविराम के कार्यान्वयन पर ध्यान केंद्रित किए जाने की संभावना है।

    वहीं, हमास ने कहा है कि गाजा युद्धविराम समझौते के दूसरे और तीसरे चरण को लागू करने के लिए वह तैयार है। हमास के प्रवक्ता हाजेम कासेम ने कहा कि उन्होने इजरायली बंधकों की संख्या को दोगुना करने पर सहमति व्यक्त की है।

    एक फलस्तीनी कैदी के साथ गंभीर दु‌र्व्यवहार का आरोप

    कासिम ने हमास से गाजा छोड़ने की इजरायली मांग को खारिज कर दिया और इसे मनोवैज्ञानिक युद्ध का हिस्सा बताया। इस बीच, इजरायली सैन्य अभियोजक ने एसडी टेइमन जेल में एक फलस्तीनी कैदी के साथ गंभीर दु‌र्व्यवहार का आरोप लगाते हुए पांच आरक्षियों के खिलाफ अभियोग दायर किया है।

    वेस्ट बैंक में दमनात्मक कार्रवाई से दशकों में सबसे बड़ा विस्थापन

    उत्तरी वेस्ट बैंक पर इजरायली सैन्य अभियानों के कारण हजारों फलस्तीनी विस्थापित हुए हैं। यह 1967 के पश्चिम एशिया युद्ध के बाद से कब्जे वाले क्षेत्र में सबसे बड़ा विस्थापन है। गाजा में हमास के साथ युद्ध विराम समझौते के ठीक दो दिन बाद इजरायली सेना जेनिन में उतर आई।

    सेना ने तुलकरम, फारा और नूर शम्स सहित कई अन्य निकटवर्ती शहरों में अधिक गहराई तक और बलपूर्वक प्रवेश किया, जिससे परिवार बिखर गए और इजरायल निर्माण को लेकर 1948 के युद्ध की कड़वी यादें ताजा हो गईं। मानवतावादी अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने 1967 के पश्चिम एशिया के युद्ध के बाद से वेस्ट बैंक में इस तरह का विस्थापन नहीं देखा।

    दक्षिणी लेबनान के अधिकांश क्षेत्रों से इजरायली सेना वापस

    इजरायली सेना ने कहा कि वे लेबनान के साथ अस्थायी युद्धविराम समझौते में प्रवेश करने के 90 दिनों के बाद आधिकारिक तौर पर दक्षिणी लेबनान के अधिकांश क्षेत्रों से हट गए हैं। इससे लेबनानी सेना को संयुक्त राष्ट्र अंतरिम बल और अन्य अंतरिम बलों की मदद से क्षेत्र में पूर्ण अधिकार स्थापित करने की अनुमति मिल गई है। इस बीच, लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि सीमावर्ती शहर ऐता अल-शाब पर इजरायली ड्रोन हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई।

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