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    मोसाद ने नहीं मानी नेतन्याहू की बात! जमीनी कार्रवाई से किया इनकार; आखिर क्या है इजरायल का 'मेगा प्लान'

    Updated: Sun, 14 Sep 2025 05:03 PM (IST)

    मध्य पूर्व में तनाव बढ़ रहा है। इज़राइल ने कतर में हवाई हमले किए जहाँ हमास के वरिष्ठ नेता होने का दावा किया गया। मोसाद ने हमास अधिकारियों की हत्या की योजना को खारिज कर दिया क्योंकि इससे कतर के साथ संबंध खराब हो सकते थे। नेतन्याहू ने कहा कि हमास का हमला 9/11 जैसा था और आतंकवादियों को पनाह देने वालों को खत्म कर दिया जाएगा।

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    कतर में हमास नेताओं की हत्या की योजना मोसाद ने नकारी (फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मिडिल ईस्ट में तनाव और गहराता जा रहा है। इजरायल ने मंगलवार को कतर में हवाई हमले किए थे और दावा किया था कि वहां हमास के वरिष्ठ नेता मौजूद थे। लेकिन इस बीच बड़ी खबर सामने आई है कि इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने जमीन पर जाकर हमास अधिकारियों की हत्या करने की योजना ठुकरा दी थी।

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    वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, मोसाद प्रमुख डेविड बरनिया ने इस कदम का विरोध किया। उनका मानना था कि ऐसा करने से कतर के साथ उनके रिश्ते खराब हो सकते हैं। कतर लंबे समय से हमास नेताओं की मेजबानी करता रहा है और संघर्ष विराम वार्ताओं में भी अहम भूमिका निभाता है।

    हमास ने क्या दावा किया?

    हमास ने दावा किया कि इस हमले में उनका कार्यवाहक नेता खालिल अल-हय्या नहीं मरा है लेकिन उसके रिश्तेदारों, करीबी सहायकों और एक कतरी अधिकारी की मौत हुई है।

    रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू शायद अब बातचीत से धैर्य खो चुके हैं। इजरायली सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एयाल जमीर ने भी इस हमले के समय पर आपत्ति जताई थी। लेकिन रणनीतिक मामलों के मंत्री रॉन डेरमर और रक्षा मंत्री इस्राइल कैट्ज ने नेतान्याहू का समर्थन किया।

    मोसाद ने क्या कहा?

    मोसाद का मानना था कि हमास नेताओं को बाद में भी निशाना बनाया जा सकता है। एक अधिकारी ने कहा, "हम उन्हें एक साल, दो सा या चार साल बाद भी मार सकते हैं और मोसाद जानता है कि कैसे मारना है। फिर अभी क्यों?"

    हालांकि, कतर ने इजरायली हमले को राज्य आतंकवाद और बातचीत प्रक्रिया के साथ विश्वासघात करार दिया। वहीं, इजरायल ने इसका बचाव करते हुए कहा कि उस वक्त दुर्लभ मौका था जब हमास के बड़े नेता एक ही जगह पर इकट्ठा हुए थे।

    '9/11 जैसा था 7 अक्टूबर का हमला'

    प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा कि यह हमला हमास के हालिया यरुशलम हमले के जवाब है, जिसमें चार इजरायली सैनिक मारे गए थे। उन्होंने अमेरिका के 9/11 हमले से तुलना करते हुए कहा, "हमारा 7 अक्टूबर का हमला 9/11 जैसा ही था। अगर देश आतंकवादियों को पनाह देंगे तो हम खुद उन्हें खत्म करेंगे।"

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