Israel Iran Conflict: ट्रंप के बाद ईरान-इजरायल जंग में चीन की एंट्री, मोसाद हेडक्वार्टर्स पर हमला; हजारों लोग तेहरान से भागे; 10 Points
Israel Iran Conflict Updates ईरान और इजरायल के बीच जारी संघर्ष में इजरायली सेना ने ईरानी कमांडर शादमानी को मार गिराया है। डोनाल्ड ट्रंप ने जी7 शिखर सम्मेलन (G7 Summit) बीच में ही छोड़कर अपने नागरिकों को तेहरान छोड़ने की चेतावनी दी है। विदेश मंत्रालय ने तेहरान में फंसे भारतीय छात्रों (Indians In Iran) को सुरक्षित निकाला है। चीन ने भी अपने नागरिकों को इजरायल छोड़ने का आग्रह किया है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ईरान और इजरायल में बीते पांच दिनों से संघर्ष जारी है। 13 जून 2025 को शुरू हुए इस संघर्ष में दोनों देशों ने एक-दूसरे पर जमकर हमले किए हैं। इस बीच सोमवार रात जब इजरायल में हवाई हमले के सायरन बजने लगे और तेहरान के आसमान में विस्फोटों की आवाजें गूंजने लगीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कनाडा में जी7 शिखर सम्मेलन के बीच में ही अमेरिका लौट आए और अपने नागरिकों को तुरंत तेहरान छोड़ने की चेतावनी दी। आइए जानते हैं ईरान और इजरायल के बीच जारी संघर्ष में अब तक क्या-क्या हुआ?
ईरान और इजरायल संघर्ष: 10 बड़े अपडेट
मोसाद के मुख्यालय पर हमला
ईरानी समाचार एजेंसी आईआरएनए के अनुसार, ईरानी अधिकारियों ने तेहरान में इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद की ड्रोन बनाने वाली फैक्ट्री को ध्वस्त करने का दावा किया है। जानकारी के अनुसार, ईरानी अधिकारियों ने तेहरान और अल्बोर्ज़ प्रांतों में अलग-अलग ऑपरेशनों में इजरायली मोसाद खुफिया एजेंसी के लिए काम करने के आरोप में दो व्यक्तियों को भी गिरफ्तार किया है। ऑपरेटरों से 200 किलोग्राम से ज्यादा विस्फोटक, 23 ड्रोन के पुर्जे, लॉन्चर और अन्य तकनीकी उपकरण जब्त किए गए।
ईरानी कमांडर शादमानी की मौत
इजरायली रक्षा बलों (IDF) ने मध्य तेहरान पर लक्षित हवाई हमले में ईरान के नवनियुक्त युद्धकालीन चीफ ऑफ स्टाफ अली शादमानी को मार गिराने की पुष्टि की है। आईडीएफ ने कहा कि रात भर चले इस संघर्ष में इजरायली वायु सेना के लड़ाकू विमानों ने एक सेंटर पर हमला किया, जिसमें शादमानी की मौत हो गई। शादमानी ने कुछ दिन पहले ही गुलाम अली राशिद की जगह पद संभाला था, जो इजरायली हमले में मारा गया था।
तेहरान से भारतीय छात्रों की वापसी
ईरान में फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकालने के लिए तेहरान स्थित भारतीय दूतावास पूरी तरह सक्रिय हो चुका है। विदेश मंत्रालय (एमईए) ने मंगलवार को पुष्टि की कि भारतीय दूतावास द्वारा व्यवस्था किए जाने के साथ ही सुरक्षा कारणों से तेहरान में फंसे भारतीय छात्रों को शहर से सुरक्षित बाहर निकाल दिया गया है। मंत्रालय ने यह भी कहा कि कुछ भारतीय नागरिकों को आर्मेनिया की सीमा के माध्यम से ईरान छोड़ने में सहायता की गई है।
इजरायल पर मिसाइलों से हमला
इजरायली रक्षा बलों (आईडीएफ) ने पुष्टि की है कि ईरान ने मंगलवार की सुबह इजरायल पर कई मिसाइलों से हमला किया। उत्तरी इजरायल में हवाई हमले के सायरन बजने लगे और लोगों को सुरक्षित जगहों पर शरण लेने का आदेश दिया गया। जबकि आईडीएफ की रक्षा प्रणालियों ने कई मिसाइलों को हवा में ही मार गिराया।
अमेरिकी हितों की रक्षा करेंगे: ट्रंप
ईरान और इजरायल के बीच जारी संघर्ष पर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि हम अमेरिकी हितों की रक्षा करेंगे। ट्रंप ने अपने नागरिकों से जल्द से जल्द तेहरान छोड़ने की अपील की। अमेरिका ने अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की। उन्होंने ट्रुथ सोशल पर दोहराया कि ईरान के पास परमाणु हथियार नहीं हो सकते। ट्रंप ने संकेत दिया कि अमेरिका हाई अलर्ट पर रहेगा।
G7 शिखर सम्मेलन में मतभेद
ईरान-इजरायल संघर्ष का असर कनाडा में G7 शिखर सम्मेलन में भी देखने को मिला। अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने तनाव कम करने के लिए संयुक्त वक्तव्य का समर्थन करने से इनकार कर दिया। इमैनुएल मैक्रोन और कीर स्टारमर सहित यूरोपीय नेताओं ने इजरायल के आत्मरक्षा के अधिकार की पुष्टि करने और ईरान की परमाणु महत्वाकांक्षाओं की निंदा की। CNN के अनुसार, ट्रंप ने इस साल की शुरुआत में ईरान को दो महीने का अल्टीमेटम दिया था।
इजरायल की चेतावनी, हजारों लोग तेहरान से भागे
सोमवार को इजरायल की सेना ने मध्य तेहरान में लगभग 3,30,000 लोगों के लिए देश छोड़ने की चेतावनी जारी की थी। जिसमें ईरान के सरकारी टीवी मुख्यालय, पुलिस भवन और तीन प्रमुख अस्पताल भी शामिल हैं। द वाशिंगटन पोस्ट के अनुसार, लगभग 9.5 मिलियन लोग तेहरान में रहते हैं, उसमें से काफी संख्या में लोग अपने घर छोड़कर चले गए हैं। द पोस्ट और द न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, इजरायल द्वारा रिफाइनरियों और ईंधन डिपो सहित महत्वपूर्ण ऊर्जा अवसंरचना को निशाना बनाए जाने के बाद पेट्रोल स्टेशनों पर लंबी कतारें लगी हुई हैं।
चीन ने नागरिकों से इजरायल छोड़ने का आग्रह किया
इजरायल में चीन के दूतावास ने मंगलवार को अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की। चीन के दूतावास ने चेतावनी दी कि संघर्ष बढ़ता जा रहा है, लोगों की मौत की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है और सुरक्षा स्थिति अधिक गंभीर होती जा रही है। चीन ने अपने नागरिकों से जल्द से जल्द इजरायल छोड़ने की अपील की। चीनी दूतावास ने चीनी नागरिकों को सीमा क्रॉसिंग के माध्यम से बाहर निकलने की सलाह दी।
शी चिनफिंग ने क्या कहा?
चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने मंगलवार को पहली बार ईरान-इजरायल संघर्ष पर चुप्पी तोड़ी। कजकिस्तान की राजधानी अस्ताना में पांच मध्य एशियाई देशों के साथ शिखर सम्मेलन के मौके पर चीन के राष्ट्रपति ने कहा कि चीन किसी भी ऐसी कार्रवाई का विरोध करता है, जो अन्य देशों की संप्रभुता, सुरक्षा और क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन करती है। शी चिनफिंग ने कहा कि सभी पक्षों को जल्द से जल्द संघर्ष को कम करने और स्थिति को और खराब होने से रोकने के लिए काम करना चाहिए।
मध्य पूर्व में हवाई अड्डे बंद
मध्य पूर्व में हवाई अड्डे बंद कर दिए गए हैं। पूरे क्षेत्र में हवाई सेवा बंद होने से लोगों को काफी परेशानी हो रही है। ईरान के साथ इजरायल ने भी अपने हवाई अड्डों को अगली सूचना तक के लिए बंद कर दिया। इराक और लेबनान के कुछ हिस्सों में हवाई अड्डे भी बंद हो गए, जिससे हजारों लोग फंसे हैं।
ईरान का इजरायल पर बड़ा हमला
ईरान का जवाबी हमला और भी उग्र हो गया है। इस्लामिक रिपब्लिक ने रात भर में 100 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं, जिससे शुक्रवार से अब तक दागी गई मिसाइलों की कुल संख्या 370 से अधिक हो गई है। ईरानी अधिकारियों ने देश के मुख्य उत्पादन केंद्र, साउथ पारस गैस कॉम्प्लेक्स पर तीन ड्रोन हमलों की भी पुष्टि की। उन्होंने कहा कि ये हमले सीधे तौर पर इजरायली हवाई हमलों का बदला लेने के लिए किए गए थे, जिसमें अब तक ईरान में कम से कम 224 लोग मारे गए हैं।
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