Iran Israel Conflict: 'सत्ता बदलने का समय आ गया', इजरायल हमले के बीच पूर्व राजा के बेटे ने खामेनेई के खिलाफ खोला मोर्चा
Iran-Israel Conflict ईरान और इजरायल के बीच संघर्ष गहराता जा रहा है। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि यह संघर्ष अयातुल्लाह खामेनेई की मौत तक जारी रहेगा। इजरायल ने ईरानी मेजर जनरल अली शादमानी को मार गिराया है। ईरान के पूर्व राजा के बेटे रजा शाह पहलवी ने खामेनेई के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Iran Israel Conflict। ईरान और इजरायल के बीच संघर्ष और भयावह मोड़ पर पहुंच चुकी है। एक तरफ जहां इजरायली लोग बंकर में छिपने पर मजबूर हो रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर तेहरान की जनता शहर खाली कर सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए मजबूर हो चुकी है।
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने साफ तौर पर कहा है कि जब तक ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह खामेनेई की मौत नहीं हो जाती तब तक यह संघर्ष चलता रहेगा। मंगलवार को इजरायल ने जानकारी दी कि IDF ने ईरानी मेजर जनरल अली शादमानी को एक हवाई हमले में मार गिराया है। उसने चार दिन पहले ही पद संभाला था।
ईरान में जारी हिंसा के बीच वहां के पूर्व राजा के बेटे ने सर्वोच्च नेता अली खामेनेई के खिलाफ हल्ला बोल दिया है। रजा शाह पहलवी के पिता शाह मोहम्मद रेजा पहलवी (shah mohammed reza shah pahlavi) ने साल 1979 तक ईरान पर राज किया था। हालांकि, इस्लामिक क्रांति के बाद वो अपने परिवार के साथ देश छोड़कर चले गए थे।
समाचार एजेंसी बीबीसी से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि ईरान की सत्ता में बदलाव हो। हमारा समय आ गया है।
For more than 40 years I have fought for one thing: democracy in Iran.
— Reza Pahlavi (@PahlaviReza) June 15, 2025
Now is our moment. pic.twitter.com/OaPjDsMbA2
'ईरान के लोगों का नहीं, यह खामेनेई का युद्ध है'
रजा शाह पहलवी ने कहा,"ये युद्ध ईरान के लोगों का नहीं, बल्कि खामेनेई का है। युद्ध का अंत कुछ भी हो सकता है, जो सरकार को कमजोर करेगा। 40 से ज्यादा सालों से मैं एक ही चीज ईरान में लोकतंत्र के लिए लड़ रहा हूं।"
उन्होंने एक्स पर वीडियो मैसेज जारी करते हुए कहा दुनिया से ईरान पर सरकार पलटने की मांग की है। इजरायल के हमले का मकसद ईरान की जनता को चोट पहुंचाना नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य सरकार के खतरे को बेअसर करना था। बता दें कि अमेरिका में रहने वाले रजा शाह पहलवी का इजरायल के प्रति नरम रवैया है।
रजा शाह पहलवी ने आगे कहा कि मैं समझता हूं कि ईरानी शासन के पहले से भी अधिक कमजोर हो जाने के परिणामस्वरूप ईरानी लोगों के लिए आखिरकार स्वयं को स्वतंत्र करने का यह एक अवसर है, बशर्ते कि इस बार दुनिया निष्क्रिय न बैठे और यह स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करे कि प्रतिबंध लगाने या अन्य उपायों के अलावा वे ईरानी लोगों को लोकतंत्र और स्वतंत्रता के लिए अगला कदम उठाने के लिए तैयार हैं।
अगर ईरान में लोग अयातुल्ला अली खामेनेई और मौजूदा सरकार के खिलाफ विद्रोह करते हैं तो वहां सत्ता परिवर्तन हो सकता है।।
इस्लामिक क्रांति के बाद देश छोड़कर मिस्र चले गए थे शाह
बता दें कि 26 साल तक ईरान पर राज करने के बाद शाह के परिवार को मिस्र में शरण लेनी पड़ी थी। वहीं, इस क्रांति के बाद इराक और फ्रांस में निर्वासन की जिंदगी बिता रहे अयातुल्लाह रुहोल्लाह खामेनेई वापस ईरान आ गए थे।
अयातुल्लाह रुहोल्लाह खामेनेई को ईरान का पहला सुप्रीम लीडर बनाया गया था। साल 1989 में अयातुल्लाह रुहोल्लाह खामेनेई के निधन के बाद अयातुल्ला अली खामेनेई को ईरान का दूसरा सुप्रीम लीडर बनाया गया।
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