Israel Iran Conflict: फोर्डो को मिटाने के लिए क्यों बेताब है अमेरिका और इजरायल? ईरान ने इस जगह पर छिपा रखा है सबसे घातक हथियार
Israel Iran Conflict इजरायल का लक्ष्य ईरान को परमाणु हथियार बनाने से रोकना है जिसके लिए उसने नतांज और इस्फहान में यूरेनियम संवर्धन को नुकसान पहुंचाया है। अब फोर्डो फ्यूल इनरिटचमेंट प्लांट को तबाह करने की चुनौती है जिसे ईरान का माउंट डूम भी कहा जाता है। अमेरिका द्वारा इस प्लांट पर हमले की आशंका है जिसके चलते ईरान ने रूसी एस-300 एअर डिफेंस सिस्टम तैनात किया है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Israel Iran Conflict। इजरायल का लक्ष्य है कि ईरान को किसी भी कीमत पर ईरान को परमाणु हथियार बनाने से रोका जाए। इजरायल ने ईरान के नतांज और इस्फहान में मौजूद यूरेनियम संवर्धन को नुकसान पहुंचाया है।
हालांकि, इजरायल को मालूम है कि अगर ईरान को परमाणु हथियार बनाने से रोकना है तो तेहरान से 125 किलोमीटर दूर पहाड़ से करीब 300 फीट की गहराई पर बने फोर्डो फ्यूल इनरिटचमेंट प्लांट (Fordow Fuel Enrichment Plant) को तबाह करना होगा। इसे ईरान का मॉउंट डूम (Mount Doom) भी कहा जाता है। लेकिन फोर्डो फ्यूल इनरिटचमेंट प्लांट पर हमला करना इतना आसाम काम नहीं है।
क्या फोर्डो न्यूक्लियर प्लांट पर हमला कर सकता है अमेरिका?
फोर्डो फ्यूल इनरिटचमेंट प्लांट पर हमला करने के लिए इजरायल को पूरी रणनीति के साथ सैन्य कार्रवाई को अंजाम देना होगा। इस कार्रवाई में गलती की गुंजाइश न के बराबर हो। बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जी शिखर सम्मेलन से पहले निकलते हुए कहा है कि 'कुछ बड़ा होने वाला है।' आशंका जताई जा रही है कि अमेरिका ईरान के फोर्डो फ्यूल इनरिटचमेंट प्लांट पर हमला कर सकता है।
ईरान के लिए कितना अहम है फोर्डो न्यूक्लियर प्लांट?
ईरान को डर है कि अमेरिका या इजरायल इस जगह को निशाना बना सकता है। इसलिए ईरान ने प्लांट के करीब रूसी एस-300 एअर डिफेंस सिस्टम इंस्टॉल कर रखा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस संयंत्र में अत्यधिक संवर्धित यूरेनियम (U-235) का उत्पादन किया जा रहा है, दो परमाणु बम बनाने के लिए काफी अहम है। अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) ने भी पुष्टि की है कि फोर्डो अब तक इजरायली हमलों से सुरक्षित है।
ईरान में कमांडो उतार सकता है इजरायल
वहीं, इजरायली अधिकारियों का मानना है कि जब तक फोर्डो न्यूक्लियर प्लांट को तबाह नहीं किया जाता है तब तक 'ऑपरेशन राइजिंग लायन' सफल नहीं है। अमेरिका में इजरायली राजदूत येचिएल लीटर ने माना है कि "पूरा ऑपरेशन वास्तव में फोर्डो के खात्मे के साथ पूरा होना चाहिए।"
लेकिन इजरायल अगर फोर्डो न्यूक्लियर प्लांट को तबाह करना चाहता है तो उसे एक पहाड़ को तबाह करने जैसे हमला करना पड़ेगा। आशंका ये भी जताई जा रही है इजरायली कमांडो ईरान की धरती पर उतर सकते हैं। हालांकि, क्या इजरायली कमांडो फोर्डो न्यूक्लियर प्लांट के आस-पास उतरेंगे या नहीं, यह एक बड़ा सवाल है।
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