Israel Hamas War: बम और गोलों के धमाकों से गूंज रहा गाजा, पूरी दुनिया से कटा संपर्क; संयुक्त राष्ट्र ने जताई चिंता
बम और गोलों के धमाकों से गाजा गूंज रहा है। इजरायली सेना ने बिना घोषणा के गाजा में जमीनी हमला कर दिया जिससे पट्टी युद्ध के मैदान में तब्दील हो गई। वहीं हमास ने पूरी ताकत से इजरायल का मुकाबला करने का एलान किया है।

यरुशलम, रायटर। Israel Hamas War: गाजा पट्टी में शुक्रवार रात से शुरू हुए इजरायली सेना के भीषण हमले शनिवार देर शाम भी जारी रहे। हमास ने इन हमलों का पूरी ताकत से मुकाबला करने का एलान किया है। इन हमलों के बाद गाजा का पूरा इलाका युद्ध के मैदान में तब्दील हो गया और जगह-जगह आमने-सामने की लड़ाई जारी है। आकाश से इजरायली विमान बम बरसा रहे हैं तो जमीन पर इजरायली सेना के टैंक आग उगल रहे हैं।
हमास के 150 से ज्यादा ठिकाने बर्बाद
इजरायली सेना ने हमास के 150 से ज्यादा भूमिगत ठिकानों को बर्बाद करने का दावा किया है। पूरी दुनिया से कटी गाजा पट्टी में 23 लाख फलस्तीनी किस हाल में है, इसका पता नहीं लग रहा है। मृतकों और घायलों की संख्या भी पता नहीं चल रही है। कई देशों और संस्थाओं ने इस स्थिति पर चिंता जताई है।
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बिना घोषणा किए गाजा पट्टी पर इजरायली सेना ने किया हमला
सात अक्टूबर को हुए हमास के बर्बर हमले के तीन सप्ताह बाद इजरायली सेना ने शुक्रवार रात अतिवादी संगठन के प्रभाव वाली गाजा पट्टी में बिना घोषणा के जमीनी हमला कर दिया। इससे पहले इजरायली सेना ने दो दिन गाजा में घुसकर सीमित कार्रवाई की थी। वैसे इजरायल के लड़ाकू विमान सात अक्टूबर से ही गाजा पर बमबारी कर रहे हैं, जिससे शुक्रवार तक वहां पर 7,300 से ज्यादा लोग मारे जा चुके थे।
कई वरिष्ठ कमांडरों को मारने का दावा
ताजा कार्रवाई में हमास के समुद्री बल के प्रमुख अबू साहिबान, हवाई हमलावर दस्ते के प्रमुख अबू राकबेह और कई वरिष्ठ कमांडरों को मारने का इजरायली सेना ने दावा किया है। शुक्रवार रात कार्रवाई से पहले ही गाजा पट्टी की बिजली गुल हो गई थी और वहां का लैंडलाइन फोन, मोबाइल फोन और इंटरनेट का संपर्क भंग हो गया था।
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इस प्रकार से इजरायली सेना से घिरे गाजा का बाकी दुनिया से हर तरह का संपर्क टूट गया है। शुक्रवार को मिस्र में अज्ञात मिसाइल टकराने की घटना के बाद वहां पर एक अज्ञात ड्रोन भी पहुंचा, जिसे सुरक्षा बलों ने मार गिराया। मिस्र के राष्ट्रपति आब्देल फतह अल-सीसी ने इजरायल-हमास युद्ध को फैलाने के प्रयासों पर आगाह किया है।
घायलों को निकालना और इलाज हुआ असंभव
गाजा की स्थिति पर संयुक्त राष्ट्र ने गंभीर चिंता जताई है। उसका वहां मौजूद अपने अधिकारियों और कर्मचारियों से संपर्क नहीं हो रहा है। विश्व के विभिन्न भागों में मौजूद फलस्तीनी गाजा पट्टी में रह रहे अपने परिवारों-रिश्तेदारों को लेकर चिंता में हैं, क्योंकि अब उन्हें वहां की कोई जानकारी नहीं मिल रही है।
एंबुलेंस से घायलों को लाना असंभव
विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टेड्रोस अधानम ग्रेब्रेसस ने कहा है कि घुप अंधेरे में बमबारी और गोलाबारी के बीच एंबुलेंस से घायलों को लाना असंभव है। जो घायल हैं, उन्हें सुरक्षित रख पाना भी संभव नहीं है। गेब्रेसस ने बताया है कि गाजा में मौजूद अधिकारियों से संपर्क कट गया है। वहां की कोई सूचना नहीं मिल रही है।
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जमीनी कार्रवाई से बंधकों के रिश्तेदारों में चिंता
गाजा पट्टी में छिड़ी जमीनी लड़ाई से इजरायल में सात अक्टूबर को अगवा कर गाजा में बंधक बनाए गए और लापता लोगों के परिवारीजन चिंता में पड़ गए हैं। बंधकों को रिहाई के लिए इजरायली सरकार द्वारा कोई कूटनीतिक प्रयास न किए जाने और लगातार सैन्य कार्रवाई करने से लोगों को लग रहा है कि बंधकों की सुरक्षा खतरे में पड़ गई है।
नेतन्याहू से बंधकों के परिजनों की नहीं हो पाई मुलाकात
बंधकों के परिजनों ने शनिवार को तेल अवीव में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मिलकर बात करने की कोशिश की, लेकिन उनकी मुलाकात नहीं हो सकी। इस बीच मास्को गए हमास के प्रतिनिधिमंडल ने रूसी सरकार के आठ बंधकों को रिहा करने के अनुरोध पर सकारात्मक रुख दिखाया है। यह जानकारी दल में शामिल हमास नेता अबू मरजूक ने दी है।
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