ईरान में हिजाब मामला: बीमारी से हुई महसा अमिनी की मौत, मेडिकल रिपोर्ट का दावा
ईरान में महिलाओं का हिजाब पहनना अनिवार्य है। इसके लिए यहां कानून भी है जिसके उल्लंघन के आरोप में महसा को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। ऐसी रिपोर्ट है कि हिरासत में पुलिस ने अमिनी के सिर पर वार किया था।
तेहरान, आनलाइन डेस्क। Mahsa Amini death: ईरान (Iran) ने शुक्रवार को मेडिकल रिपोर्ट का हवाला दिया और कहा कि महसा अमिनी (Mahsa Amini) की मौत बीमारी से हुई थी न कि हिरासत के दौरान किसी तरह की मारपीट से। बता दें कि ईरान में महिलाओं का हिजाब पहनना अनिवार्य है। इसके लिए यहां कानून भी है जिसके उल्लंघन के आरोप में महसा को पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
मौत के तीन सप्ताह बाद आई मेडिकल रिपोर्ट
हिरासत में महसा की मौत के तीन सप्ताह बाद मेडिकल रिपोर्ट आई है। इसपर दुनिया भर में हंगामा हो रहा है। देश में हिजाबों को जलाया जा रहा है। दुनिया भर की महिलाएं अपने बाल काट कर महसा के प्रति अपना समर्थन जाहिर कर रहीं हैं।
हिरासत में हुआ था अमिनी के सिर पर वार
ऐसी रिपोर्ट है कि हिरासत में पुलिस ने अमिनी के सिर पर वार किया था। यह जानकारी UN के मानवाधिकार आयुक्त नदा अल-नशीफ ने दी। अमिनी की मौत के एक दिन बाद कुर्दिस्तान में सभी दुकानें बंद कर दी गईं थीं। देश में हिजाब कानून के विरोध में जारी प्रदर्शन में लोग अलग अलग तरीके से एतराज जता रहे हैं। इस क्रम में ईरान के मशहद में एक युवती कार के ऊपर चढ़ कर विरोध जाहिर किया। कार पर चढ़ी युवती ने अपना हिजाब उतार दिया और नारे लगाए- 'तानाशाह की मौत'।
इससे पहले 2019 में हुआ था प्रदर्शन
प्रदर्शनकारियों में छात्रों के शामिल होने को लेकर देश की प्रमुख तीन यूनिवर्सिटी तेहरान, खाजे नसीर और शाहिद बेहेष्ती ने अगले सप्ताह के लिए आनलाइन क्लास लेने का फैसला लिया था। इससे पहले ईरान में बड़ा प्रदर्शन 2019 में ‘Bloody November' हुआ था जो ईंधन की कीमतों में इजाफे के खिलाफ था।
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