'अगर ट्रंप न्यूक्लियर डील चाहते हैं तो इजरायल को...', ईरान के राष्ट्रपति ने अमेरिका से क्या की डिमांड?
Iran Israel Conflict ईरान और इजरायल के बीच संघर्ष गंभीर होता जा रहा है दोनों ओर से बमबारी जारी है। इजरायल का कहना है कि ईरान के परमाणु हथियार बनाने के इरादे छोड़ने तक कार्रवाई जारी रहेगी भले ही अमेरिका खुद को अलग बता रहा हो। ईरान ने युद्ध विराम के लिए अमेरिका से इजरायल पर दबाव डालने की अपील की है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ईरान-इजरायल संघर्ष (Iran Israel Conflict) बेहद खतरनाक मोड़ लेता जा रहा है। दोनों देशों की ओर से जबरदस्त बमबारी की जा रही है।
इजरायल का कहना है कि जब तक ईरान परमाणु हथियार बनाने के इरादे को त्याग नहीं देता तब तक कार्रवाई जारी रहेगी। भले ही अमेरिका इस संघर्ष से खुद को अलग बता रहा है लेकिन ईरान का कहना है कि इजरायल के इस कार्रवाई को अमेरिका का समर्थन है।
ईरान ने की युद्ध विराम की अपील
ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने कहा कि अगर अमेरिका हमारे साथ फिर से वार्ता करना चाहता है तो उसे पहले अपने सहयोगी इजरायल को सीजफायर करने के लिए कहना होगा। इससे पहले ईरान ने कतर, सऊदी अरब और ओमान से कहा कि वे ट्रंप से कहें कि वे इजरायल को तत्काल युद्ध विराम के लिए दबाव डाले।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, ईरान ने कहा कि अगर इजरायल सीजफायर के लिए तैयार हो जाता है तो परमाणु समझौते को लेकर हमला अमेरिका से बात कर सकते हैं। हालांकि, कुछ दिनों पहले ईरान ने साफ तौर पर अमेरिका पर आरोप लगाया था कि इजरायल के हमलों के पीछे अमेरिका का हाथ है।
बता दें कि 12 जून की रात के इजरायल ने 'ऑपरेशन राइजिंग लायन' नामक सैन्य कार्रवाई करते हुए ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला किया।
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