ईरान ने महसा अमीनी के परिजनों की यात्रा पर लगाया प्रतिबंध, जेल में बंद नरगिस के जुड़वां बच्चों ने लिया नोबेल पुरस्कार
ईरानी अधिकारियों ने महसा अमीनी के परिवार के सदस्यों को यूरोपीय संघ का शीर्ष मानवाधिकार पुरस्कार प्राप्त करने के लिए यात्रा करने से प्रतिबंधित कर दिया है। वहीं जेल में बंद ईरानी मानवाधिकार कार्यकर्ता नरगिस मोहम्मदी का नोबेल पुरस्कार रविवार को उनके जुड़वां बच्चों ने ग्रहण किया। 17 वर्षीय बेटा अली और बेटी कियाना रहमानी पेरिस में अपने पिता के साथ निर्वासन में रह रहे हैं।

एपी, दुबई। ईरानी अधिकारियों ने महसा अमीनी के परिवार के सदस्यों को यूरोपीय संघ का शीर्ष मानवाधिकार पुरस्कार प्राप्त करने के लिए यात्रा करने से प्रतिबंधित कर दिया है। सितंबर में महसा अमीनी को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
यूरोपीय संघ का यह पुरस्कार 1988 में मानवाधिकारों और मौलिक स्वतंत्रता की रक्षा करने वाले व्यक्तियों या समूहों को सम्मानित करने के लिए बनाया गया था। यह मानवाधिकार कार्यों के लिए यूरोपीय संघ द्वारा दी गई सबसे बड़ी श्रद्धांजलि है।
गौरतलब है कि 2022 में पुलिस हिरासत में अमीनी की मौत के बाद ईरान में देशव्यापी विरोध प्रदर्शन हुआ था। अमेरिका स्थित एचआरएएनए ने शनिवार देर रात कहा,
अधिकारियों ने अमीनी के पिता अमजद और उनके दो भाइयों को सखारोव पुरस्कार प्राप्त करने के लिए स्ट्रासबर्ग, फ्रांस जाने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है।
रिपोर्टों में कहा गया है कि केवल परिवार के वकील सालेह निकबख्त ही उनकी ओर से पुरस्कार प्राप्त करने के लिए यात्रा कर सकेंगे।
नरगिस के जुड़वां बच्चों ने लिया नोबेल पुरस्कार
जेल में बंद ईरानी मानवाधिकार कार्यकर्ता नरगिस मोहम्मदी का नोबेल पुरस्कार रविवार को उनके जुड़वां बच्चों ने ग्रहण किया। 17 वर्षीय बेटा अली और बेटी कियाना रहमानी पेरिस में अपने पिता के साथ निर्वासन में रह रहे हैं। ओस्लो में शनिवार को कियाना ने अपनी मां का संदेश पढ़कर सुनाया। नरगिस नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित होने वाली 19वीं महिला हैं।
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