सीजफायर के बीच हमास की बड़ी चूक, लौटाया गलत शव; इजरायल ने कहा- ये बर्दाश्त नहीं...
इजरायली सेना ने दावा किया है कि हमास द्वारा युद्धविराम समझौते के तहत लौटाए गए चार शवों में से एक बंधक का नहीं था। सेना ने फोरेंसिक जांच के बाद यह बात कही। हमास ने अब तक 20 जीवित बंधक और 8 शव लौटाए हैं, लेकिन इजरायल सभी मृत बंधकों को लौटाने की मांग कर रहा है। यह अदला-बदली अमेरिकी मध्यस्थता में हुए युद्धविराम समझौते का हिस्सा है।

सीजफायर के बीच हमास की बड़ी चूक लौटाया गलत शव (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इजरायल सेना ने बुधवार को दावा किया कि मंगलवार को हमास की ओर से युद्धविराम समझौते के तहत लौटाए गए चार शवों में से एक बंधक का शव नहीं है। सेना ने बताया कि रातभर चले फोरेंसिक टेस्ट में पाया गया कि एक शव किसी भी बंधक से मेल नहीं खाता।
इजरायली सेना ने चेतावनी दी कि हमास को सभी मृत बंधकों को लौटाने के लिए जरूरी कदम उठाने होंगे। हमास ने सोमवार से अब तक 20 जीवित बंधक और 8 शव लौटाए हैं जिनमें 6 इजरायली, 1 नेपाली और 1 अज्ञात व्यक्ति शामिल हैं।
सीजफायर पर कैसे बनी बात?
यह अदला-बदली अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप की मध्यस्थता में हुए युद्धविराम समझौते के तहत हुई। उधर, गाजा के एक अस्पताल ने कहा है कि उसे इजरायल की ओर से लौटाए गए 45 फलिस्तीनी शव मिले हैं।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बुधवार को कहा कि हमास को युद्धविराम समझौते की शर्तें पूरी करनी होंगी। उन्होंने कहा, "हम आखिरी मृत बंधक के लौटाने तक चैन से नहीं बैठेंगे।" समझौते के मुताबिक, सोमवार तक सभी जीवित और मृत बंधकों को लौटाना था। अगर समयसीमा में ऐसा न हो, तो हमास को मृत बंधकों की जानकारी साझा करनी थी और जल्द से जल्द लौटाना था।
हमास ने पहले भी लौटाए हैं गलत शव
यह पहला मामला नहीं है जब हमास ने गलत शव लौटाया हो। इससे पहले एक युद्धविराम के दौरान, हमास ने दावा किया था कि उसने शिरी बिबास और उसके दो बेटों के शव लौटाए हैं, लेकिन जांच में पता चला कि उनमें से एक शव एक फलिस्तीनी महिला का था। बिबास का शव एक दिन बाद सही रूप में लौटाया गया।
हमास प्रवक्ता हाजेम कासेम ने बुधवार को कहा कि समूह समझौते के अनुसार, शव लौटाने पर काम कर रहा है, लेकिन इजरायल ने मंगलवार को पूर्वी गाजा सिटी और रफा में गोलीबारी करके युद्धविराम तोड़ा। इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने कहा कि सेना केवल तय की गई सीमाओं पर तैनात है और कोई भी व्यक्ति उस सीमा के पास आया तो उसे निशाना बनाया जाएगा।
मंगलवार को लौटाए गए दो बंधकों के शवों का बुधवार को तेल अवीव के पास अंतिम संस्कार किया गया। परिवारों ने लोगों से अपील की कि वे रास्ते में खड़े होकर श्रद्धांजलि दें। पिछले युद्धविराम में भी हजारों इजरायली सड़कों पर उतरकर झंडे के साथ मौन खड़े रहे थे।
अदला-बदली का पहला चरण पूरा
सोमवार को इजरायल ने 2 हजार फलिस्तीनी कैदियों और बंदियों को रिहा किया था, जिसके बाद दोनों ओर खुशी और राहत दिखी। लेकिन, मृत बंधकों के परिवारों ने निराशा जताई कि 28 मृतकों में से अब तक केवल 8 शव लौटाए गए हैं।
मंगलवार रात लौटाए गए चार शवों में तीन की पहचान उरिएल बारुख, तामिर निमरोडी और एतान लेवी के रूप में हुई। बारुख 7 अक्टूबर 2023 को हुए हमास हमले के दौरान नोवा म्यूजिक फेस्टिवल से अगवा किया गया था, जबकि निमरोडी के एरेज बॉर्डर क्रॉसिंग से उठाया गया था।
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