हमास ने जारी की 47 इजरायली बंधकों की 'Farewell' तस्वीर, अल-कसम ने दी बड़ी चेतावनी
गाजा युद्ध में बंधकों की स्थिति गंभीर हो गई है। हमास ने 47 इजरायली बंधकों की तस्वीर जारी की है जिनमें से ज्यादातर के जीवित न होने का दावा किया है। हमास ने कहा कि नेतन्याहू सरकार ने युद्धविराम समझौते को ठुकरा दिया जिससे बंधकों की जान खतरे में पड़ गई है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गाजा युद्ध एक बार फिर बेहद खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया है। हमास ने शनिवार को एक तस्वीर जारी की जिसमें 47 इजरायली बंधकों को दिखाया गया है। गाा किया गया है कि इनमें से ज्यादातर अब जिंदा नहीं हैं। यह तस्वीर विदाई संदेश के तौर पर साझा की गई है, जिससे यह संकेत मिलता है कि बंधकों की जान खतरे में हैं।
हमास ने जो तस्वीर जारी की उसमें सभी 47 बंधकों को दिखाया गया है और हर बंधक को रॉन अराड नाम से चिन्हित किया गया है। रॉन अराड वह इजरायली वासुसेना अधिकारी थे जिन्हें 1986 में लेबनान में पकड़ लिया गया था और बाद में उनका कोई सुराग नहीं मिला।
तस्वीर में क्या लिखा है?
तस्वीर में हमास ने लिखा कि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने युद्धविराम-बंधक सौदे को ठुकरा दिया और सेना प्रमुख ने भी दबाव में गाजा पर हमले की इजाजत दे दी। इस वजह से अब बंधकों की हालत बेहद खराब हो गई है।
इजरायली अखबार Ynet के मुताबिक, 47 बंधकों में से केवल 20 के जिंदा होने की संभावना है। दो की हालत नाजुक बताई जा रही है, जबकि बाकी के मरने की आशंका है। हमास के सशस्त्र विंग अल-कसम ब्रिगेड ने कहा, "आपके कैदी गाजा के अलग-अलग इलाकों में हैं। उनकी जान की जिम्मेदारी हमारी नहीं होगी, क्योंकि नेतन्याहू ने उन्हें मरने का रास्ता चुन लिया है।"
उन्होंने धमकी दी कि अगर इजरायल का हमला जारी रहा तो बंधकों का हश्र भी रॉन अराड जैसा ही होगा, यानी न जीवित मिलेंगे और न मृत। इससे पहले जनवरी से मार्च 2024 के बीच हुए युद्धविराम में हमास ने 30 बंधकों को छोड़ा था, जिनमें 20 नागरिक, 5 सैनिक और 5 थाई नागरिक थे।
कितने शव लौटाए गए थे?
इसके अलावा, 8 मृत बंधकों के शव भी लौटाए गए थे। मई में उन्होंने एक अमेरिकी-इजरायली बंधक को संकेत के रूप में रिहा किया था। हमास के बदले में इजरायल ने उस दौरान 2 हजार कैदियों को रिहा किया था। लेकिन मौजूदा स्थिति में तनाव फिर से चरम पर है।
नागरिकों से शहर खाली करने की अपील
गाजा सिटी में शुक्रवार देर रात इजरायली हमलों में कम से कम 14 लोगों की मौत हुई है। इजरायल लगातार अपने हमले तेज कर रहा है और नागरिकों से शहर खाली करने की अपील कर रहा है। इसी बीच पश्चिमी देशों में भी गाजा युद्ध को लेकर नाराजगी बढ़ रही है। कुछ देश अब संयुक्त राष्ट्र महासभा में फलिस्तीन को स्वतंत्र देश के रूप में मान्यता देने की तैयारी कर रहे हैं।
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