इधर नेतन्याहू सीजफायर पर ट्रंप से कर रहे थे बात, उधर इजरायली सेना गाजा में जमीन और आसमान से बरसा रही थे गोले
गाजा सिटी में इजरायली सेना के हमले जारी हैं जिससे 18 लोगों की जान गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से युद्धविराम पर बात कर रहे थे और उन्होंने गाजा युद्ध से जुड़े लोगों से कुछ विशेष होने का वादा किया है। इजरायली सेना ने अल शिफा अस्पताल खाली करने को कहा है जहां सैकड़ों मरीज भर्ती हैं।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। वॉशिंगटन में जिस समय अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से युद्धविराम पर वार्ता कर रहे थे उस समय गाजा सिटी में इजरायली सेना शहर के मध्य भाग पर कब्जे के लिए जमीन और आकाश से हमले कर रही थी। इजरायल के ताजा हमलों में गाजा में 18 लोग मारे गए हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने गाजा युद्ध से संबद्ध लोगों से वादा किया है कि इस वार्ता का परिणाम कुछ विशेष होगा। लगभग दो वर्ष से जारी गाजा युद्ध को लेकर ट्रंप ने उम्मीद जताई है कि समझौता नजदीक है। कहा, अरब जगत में खुद को महान साबित करने का मौका है। जबकि गाजा सिटी में इजरायली टैंक शहर के मध्य स्थित अल शिफा अस्पताल में महज कुछ सौ मीटर की दूरी पर हैं।
इजरायली सेना ने अस्पताल खाली करने को कहा
इजरायली सेना ने अस्पताल को खाली करने के लिए कहा है जबकि वहां पर इस समय सैकड़ों मरीज भर्ती हैं। नजदीक स्थित अल हेलो अस्पताल को भी खाली करने के लिए कहा गया है। उसमें भी 90 मरीज भर्ती हैं जिनमें 12 नवजात इन्क्यूबेटर में हैं।
अस्पताल परिसर में गिरे कई गोले
चिकित्साकर्मियों ने बताया है कि टैंकों के कई गोले रविवार-सोमवार की रात अस्पताल परिसर में गिरे लेकिन उनसे कोई हताहत नहीं हुआ। इस बीच इजरायली सेना ने गाजा सिटी में कई बहुमंजिली इमारतों को हमास के इस्तेमाल के शक में डायनामाइट से ध्वस्त कर दिया है। इजरायली सेना की चेतावनी के बावजूद जो लोग शहर छोड़कर नहीं गए थे, भीषण हमलों के चलते वे भी अब जान बचाने के लिए भाग रहे हैं। जबकि फलस्तीनी लड़ाके समूहों में बंटकर इजरायली सेना पर हमले कर रहे हैं।
इजरायल का हिजबुल्ला के ठिकानों पर हमला
इजरायल के लड़ाकू विमानों ने रविवार देर रात लेबनान में हिजबुल्ला के ठिकानों पर फिर से हमला किया। ये हमले दोनों देशों की सीमा के नजदीक स्थित फार रेमेन और अल-जरमैक इलाकों में हुए। इन हमलों में मिसाइलों और ड्रोन का इस्तेमाल किया गया। इन हमलों में हुए जान-माल के नुकसान की जानकारी अभी नहीं मिली है। जबकि इजरायली सेना ने कहा है कि हमलों में हिजबुल्ला के हथियारों के भंडार को निशाना बनाया गया। इन हथियारों से इजरायल पर आतंकी हमलों का अंदेशा था।
(न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के इनपुट के साथ)
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