23 महीने में गाजा पर कब्जा नहीं कर पाया इजरायल, लोगों ने शहर छोड़ने से किया इनकार
गाजा पट्टी के सबसे बड़े शहर गाजा सिटी के लाखों निवासियों ने इजरायली सेना द्वारा निर्दिष्ट सुरक्षित क्षेत्रों में जाने से इनकार कर दिया है। हमास का गढ़ माने जाने वाले इस शहर पर इजरायल की लगातार बमबारी जारी है जिससे खाद्य आपूर्ति बाधित हो गई है। इजरायली सेना गाजा सिटी पर कब्जा करने की योजना बना रही है जहां बंधकों के होने की आशंका है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गाजा पट्टी के सबसे बड़े शहर गाजा सिटी में रहने वाले लाखों लोगों ने घर छोड़कर इजरायली सेना के निर्दिष्ट सुरक्षित स्थान पर जाने से इन्कार कर दिया है। हमास के गढ़ माने जाने वाले इस शहर पर इजरायली सेना लगातार गोलाबारी और बमबारी कर रही है। इतना ही नहीं यहां की खाद्य सामग्री की आपूर्ति भी रुकी हुई है।
इस बीच गाजा पट्टी में शुक्रवार को इजरायली सेना की कार्रवाई में 40 लोगों के मारे जाने की सूचना है। इजरायल सरकार ने गाजा सिटी पर कब्जा करने और उसे बनाए रखने की घोषणा की है। हमास के प्रभाव वाले इस शहर में ही इजरायली बंधकों के होने का अंदेशा है।
हमास ने आम लोगों को बनाया ढाल
माना जा रहा है कि हमास यहां पर आमजनों को ढाल बनाए हुए है जिससे इजरायली कार्रवाई में होने वाले खूनखराबे से इजरायल को वैश्विक आलोचना का सामना करना पड़े। गाजा सिटी वह शहर है जिस पर इजरायली सेना 23 महीने के हमलों के बाद भी कब्जा नहीं कर पाई है। इसके उपनगरों को इजरायली सेना ने खाली करा लिया है लेकिन सघन आबादी वाले शहर में जमीनी कार्रवाई तेज नहीं हो पा रही है।
गाजा की ऊंची इमारतों को ध्वस्त कर रही इजरायली सेना
इजरायली सेना फिलहाल शहर की ऊंची इमारतों को हवाई हमलों से ध्वस्त कर रही है जिससे वहां से निशानेबाज हमले न कर पाएं और न ही इजरायली सेना की गतिविधियों को देखा जा सके। इजरायली सेना ने हाल के दिनों में ऐसे 500 से ज्यादा ठिकानों को निशाना बनाया है। इस बीच गाजा पट्टी में तैनात इजरायल के रिजर्व सैनिकों ने ठिकाने छोड़ने से इन्कार कर दिया है। उन्होंने कहा है कि वह गाजा को कब्जे में लेकर यहीं पर रहेंगे।
(समाचार एजेंसी रॉयटर्स के इनपुट के साथ)
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