गाजा में इजरायल हमले के खिलाफ आए 23 देश, लिस्ट में कोई मुस्लिम कंट्री नहीं; नेतन्याहू बोले- 'कल खत्म कर दूंगा जंग लेकिन...'
ब्रिटेन फ्रांस और कनाडा समेत 23 देशों ने इजरायल पर गाजा पर हमले रोकने के लिए दबाव बनाया है। इन देशों के नेताओं ने संयुक्त बयान जारी कर कहा है कि इजरायल नए सैन्य ऑपरेशन बंद करे और मानवीय सहायता पर लगी पाबंदियां हटाए वरना ठोस कदम उठाए जाएंगे। नेतन्याहू ने कहा कि ये देश फलस्तीनी राष्ट्र की मांग कर रहे हैं।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ब्रिटेन, फ्रांस और कनाडा समेत 23 देशों ने इजरायल पर गाजा पर हमले रोकने के लिए दबाव बनाया है। इसे लेकर ब्रितानी प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने एक संयुक्त बयान जारी किया है।
इसमें कहा गया है, "इजरायल ने अगर अपने नए मिलिट्री ऑपरेशन को बंद नहीं किया और मानवीय सहायता पर लगाई पाबंदियों को नहीं हटाया, तो हम इसके जवाब में ठोस कदम उठाएंगे."
23 गैर-इस्लामिक देशों ने नेतन्याहू के फैसले की निंदा की
ऑस्ट्रेलिया ने 23 अन्य देशों के साथ मिलकर गाजा में सीमित सहायता की इजाजत देने और इलाके के घेराव और सैन्य विस्तार के लिए इजरायल की घोर निंदा की है। एक बयान में, ब्रिटेन, कनाडा, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया सहित 23 देशों ने इजरायल से भूख से मर रही आबादी के लिए मानवीय सहायता का राजनीतिकरण न करने की गुजारिश की है।
कौन हैं वे 23 देश?
इजरायल के खिलाफ अक्सर इस्लामिक देशों की आवाज ज्यादा सामने आती है, हालांकि गैर-इस्लामिक देश भी इजरायली सैन्य ऑपरेशन के खिलाफ आवाज उठाते रहे हैं। लेकिन इस बार जिन 23 देशों ने इजरायल की निंदा की है, उनमें से कोई भी देश इस्लामिक नहीं है।
- कनाडा
- ऑस्ट्रेलिया
- डेनमार्क,
- एस्टोनिया
- फिनलैंड
- आइसलैंड
- आयरलैंड
- इटली
- जापान
- लातविया
- लिथुआनिया
- लग्जमबर्ग
- नीदरलैंड
- न्यूजीलैंड
- नॉर्वे,
- पुर्तगाल
- स्लोवेनिया
- स्पेन
- स्वीडन
- ब्रिटेन
नेतन्याहू ने क्या कहा?
ब्रिटेन, फ्रांस और कनाडा के नेताओं की ओर से संयुक्त बयान को लेकर इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने जवाब दिया है। नेतन्याहू ने कहा, "इन देशों के नेता हमसे उस जंग को रोकने की बात कह रहे हैं जो हम अपनी सुरक्षा के लिए लड़ रहे हैं. इसके अलावा ये देश फलस्तीनी राष्ट्र की मांग भी कर रहे हैं। इजराइल की सरहद पर हमास आतंकवादियों को तबाह करने से पहले ही ये देश चाहते हैं कि हम जंग को रोक दे।"
उन्होंने आगे कहा, "जंग तो कल ही खत्म हो सकता है अगर बाकी बचे बंधकों को छोड़ दिया जाए। जंग तब खत्म होगी जब हमास हार मान लेता है, उनके खूनी नेता देश छोड़ दें और गाजा से सारी सेना हटा दी जाएं।"
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