'ईरान नहीं रख सकता परमाणु हथियार', G7 का इजरायल को समर्थन; हमलों के लिए Iran को ठहराया जिम्मेदार
जी-7 देशों ने इजराइल के साथ एकजुटता दिखाते हुए ईरान को पश्चिमी एशिया में अस्थिरता का कारण बताया है। समूह ने एक बयान में इजराइल के समर्थन की पुष्टि की और क्षेत्र में शांति और स्थायी समाधान की आवश्यकता पर बल दिया। जी-7 ने यह भी स्पष्ट किया कि ईरान को परमाणु हथियार रखने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
रॉयटर्स, वॉशिंगटन। दुनिया की सात ताकतवर मुल्कों के समूह जी-7 ने ईरान के साथ संघर्ष में इजरायल के लिए अपना समर्थन जाहिर किया है। जी-7 देशों ने अपने बयान में साफ कहा कि वह इजरायल के साथ खड़े हैं। उन्होंने ईरान को पश्चिमी एशिया में अस्थिरता फैलाने का जिम्मेदार ठहराया।
बयान में इलाके में अमन और स्थायी हल की जरूरत पर जोर दिया गया। जी-7 से साफ कर दिया है कि ईरान कभी भी परमाणु हथियार नहीं रख सकता है।
जी-7 में चीन को लाने के लिए ट्रंप ने की वकालत
जी-7 समिट के दौरान ट्रंप ने ग्रुप की अहमियत को लेकर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि 2014 में रूस को जी-7 से निकालना गलत था, जिससे दुनिया अस्थिर हुई। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि चीन को जी-7 में शामिल करना चाहिए।
इजरायल- ईरान संघर्ष में अब तक क्या है मालूम?
इजराइल-ईरान संघर्ष को पांच दिन हो गए। ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, इजराइली हमलों में मरने वालों की कुल तादाद करीब 224 हो गई है। वहीं ईरानी हमले में तेल अवीव, हाइफा और पेटाह टिकवा को भारी नुकसान पहुंचा है। इस संघर्ष में अब तक कम से कम 22 लोगों की जान चली गई है।
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