Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अमेरिका-ईरान में तनाव के बीच ओमान की खाड़ी में इजरायली जहाज पर विस्फोट

    By Monika MinalEdited By:
    Updated: Sat, 27 Feb 2021 09:45 AM (IST)

    अमेरिका- ईरान में बढ़ते तनाव के बीच इजरायल के कार्गो जहाज में शुक्रवार को विस्फोट हो गया। ब्रिटिश नेवी के मारिटाइम ट्रेड ऑपरेशन के अनुसार नाव में सवा ...और पढ़ें

    Hero Image
    इजरायल के एक जहाज में हुआ विस्फोट

     दुबई, एपी। अमेरिका (US) और ईरान (Iran) में बढ़ते तनाव के बीच इजरायल के कार्गो जहाज में शुक्रवार को विस्फोट हो गया। ब्रिटिश नेवी के मैरिटाइम ट्रेड ऑपरेशन के अनुसार  नाव में सवार सभी क्रू सदस्य सुरक्षित हैं। ओमान की खाड़ी में हुई इस दुर्घटना के कारण नाव को करीबी बंदरगाह पर ही रोकना  पड़ा। आज की यह घटना 2019 की गर्मियों में हुए सिलसिलेवार हादसे की याद दिलाता है जब संदिग्ध हमलों के पीछे अमेरिकी नेवी ने ईरान का हाथ बताया था।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कार्गो जहाज में हुए विस्फोट से खतरे की आशंका

    पश्चिम एशिया से गुजर रहे इजरायल के एक कार्गो जहाज में विस्फोट की घटना ने सबको चौंका दिया। इस विस्फोट से अमेरिका और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के बीच जहाज की सुरक्षा को लेकर चिंताओं को बढ़ा दिया है। समुद्री खुफिया कंपनी ‘ड्रियाड ग्लोबल’ ने पोत की पहचान ‘एमवी हेलिओस रे’ नामक मालवाहक जहाज के रूप में की।

    सऊदी अरब के दम्मम जा रहा था जहाज

    MarineTraffic.com वेबसाइट के सैटेलाइट-ट्रैकिंग डाटा से पता चला है कि हेलिओस रे शुक्रवार को अरब सागर में प्रवेश कर रहा था तभी इस विस्फोट के कारण वापस जहाज को लौटना पड़ा और होर्मुज जलडमरूमध्य (Strait of Hormuz) की ओर वापस जाने लगा। यह जहाज सऊदी अरब के दम्मम से आ रहा था और इसे सिंगापुर जाना था। इजरायल के चैनल 13 ने एक रिपोर्ट में कहा, 'इजरायल में इस बात को लेकर मूल्यांकन किया जा रहा है कि इस हमले के पीछे ईरान (Iran) था। हालांकि, जब इस संबंध में इजरायली अधिकारियों से संपर्क किया गया, तो उन्होंने सीधे तौर पर इसका जवाब नहीं दिया। दूसरी ओर, ईरानी सरकार ने भी ब्लास्ट को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की है। ये ब्लास्ट ऐसे समय पर हुआ है, जब तेहरान बार-बार 2015 में हुए परमाणु समझौते का उल्लंघन कर रहा है। ईरान बाइडन प्रशासन पर दबाव बना रहा है, ताकि वह आर्थिक प्रतिबंधों को हटाए।