Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    'ये मैसेज मिला तो समझो...', अल जजीरा के पत्रकार को इजरायली सेना ने आतंकी बता मार गिराया; मौत से पहले लिखा था ये संदेश

    Updated: Mon, 11 Aug 2025 01:02 PM (IST)

    इजरायली सेना के हमले में अल जजीरा के पत्रकार अनस अल-शरीफ समेत पांच पत्रकार मारे गए। अपनी मौत से पहले अनस ने सोशल मीडिया पर एक मैसेज लिखा जिसमें उन्होंने कहा कि अगर ये बात लोगों तक पहुंचे तो समझ लें कि इजरायल ने मुझे मार दिया है। इस मैसेज को अनस ने इसे अपनी आखिरी वसीयत बताया है।

    Hero Image
    अनस ने अपने आखिरी संदेश में गाजा के दर्द को बयां किया है।

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इजरायली सेना के हमले में गाजा में अल जजीरा के 28 साल के पत्रकार अनस अल-शरीफ समेत पांच पत्रकार मारे गए। अनस ने अपनी मौत से पहले एक आखिरी मैसेज सोशल मीडिया पर लिखा था, जिसकी अब चर्चा हो रही है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इस मैसेज को अनस ने इसे अपनी "आखिरी वसीयत" बताया था और कहा कि अगर ये बात लोगों तक पहुंचे, तो समझ लें कि "इजरायल ने मुझे मार मेरी आवाज को खामोश कर दिया है।"

    अनस ने लिखा, "अगर मेरे ये शब्द तुम तक पहुंचे, तो जान लो कि इजरायल ने मुझे कत्ल कर मेरी आवाज को दबा दिया। खुदा की रहमत और बरकत तुम पर हो। खुदा गवाह है कि मैंने अपनी जिंदगी की पहली सांस से जबालिया रिफ्यूजी कैंप की गलियों में अपनी कौम के लिए आवाज उठाई, उनकी मदद की।"

    'बार-बार पीड़ा के जहर को पिया'

    अनस ने अपने आखिरी संदेश में गाजा के दर्द को बयां करते हुए कहा, "मैंने हर दर्द को करीब से जिया है, बार-बार पीड़ा के जहर को पिया। फिर भी मैंने सच को बिना तोड़-मरोड़ के दुनिया तक पहुंचाया है। खुदा उन लोगों के खिलाफ गवाह है, जो हमारी हत्या पर खामोश रहे, जिन्होंने हमारे बच्चों और औरतों की लाशों को देखकर भी दिल नहीं पसीजा और डेढ़ साल से ज्यादा वक्त से हो रही हमारी कौम की तबाही को नहीं रोका है।"

    'मैं अपनी बेटी को बड़ा होते नहीं देखा सका...'

    अनस ने अपने मैसेज में अपनी बेटी, बेटे, बीवी और मां का जिक्र किया करते हुए लिखा, "मैं अपनी बेटी को बड़ा होते नहीं देख सका। अगर मैं शहीद हो जाऊं, तो मैं अपने उसूलों पर कायम रहकर, खुदा से मुलाकात में यकीन रखकर और इस भरोसे के साथ जाऊंगा कि खुदा के पास जो है, वो बेहतर और हमेशा रहने वाला है। गाजा को मत भूलना और मुझे अपनी दुआओं में याद रखना।"

    हमले में अनस के साथ अल जजीरा के पत्रकार मोहम्मद करीकेह और कैमरामैन इब्राहिम जहेर, मोआमेन अलीवा और मोहम्मद नौफल भी शहीद हुए।

    यह भी पढ़ें: 'अगर भारत ने... तो हम आधी दुनिया को ले डूबेंगे', पाक आर्मी चीफ ने अमेरिका में फिर अलापा न्यूक्लियर अटैक वाला राग