गाजा में इजरायल का तांडव जारी, हवाई हमले में डीजीपी समेत 37 फलस्तीनियों की मौत; फलस्तीन ने अल-जजीरा पर लगाई रोक
इजरायल ने नए साल में गाजा पट्टी में हमले तेज कर दिए हैं। उसने गुरुवार को गाजा में एक शरणार्थी क्षेत्र समेत कई जगहों पर हवाई हमले किए। इसमें गाजा पुलिस के महानिदेशक (डीजीपी) और उनके सहायक समेत 37 फलस्तीनी मारे गए। महिलाओं और बच्चों समेत 11 लोग अल-मवासी में मारे गए। वहीं फलस्तीनी प्रशासन ने क्षेत्र में अल-जजीरा की गतिविधियों पर रोक लगा दी है।

रॉयटर, काहिरा। इजरायल ने नए साल में गाजा पट्टी में हमले तेज कर दिए हैं। उसने गुरुवार को गाजा में एक शरणार्थी क्षेत्र समेत कई जगहों पर हवाई हमले किए। इसमें गाजा पुलिस के महानिदेशक (डीजीपी) और उनके सहायक समेत 37 फलस्तीनी मारे गए।
गाजा के स्वास्थ्यकर्मियों ने बताया कि महिलाओं और बच्चों समेत 11 लोग अल-मवासी में मारे गए। मानवीय क्षेत्र घोषित इस जिले में विस्थापित परिवारों को शरण देने के लिए शिविर लगाए गए हैं। हमास संचालित गाजा के आंतरिक मामलों के मंत्रालय के अनुसार, हमले में गाजा के डीजीपी महमूद सलाह और उनके सहयोगी हुस्साम शाहवान मारे गए।
दक्षिणी गाजा में हमास सुरक्षा बलों का प्रमुख ढेर
जबकि इजरायली सेना ने कहा कि उसने खुफिया सूचना के आधार पर अल-मवासी में हमला किया और शाहवान को खत्म किया। वह दक्षिणी गाजा में हमास सुरक्षा बलों का प्रमुख था। हालांकि इजरायली सेना ने बयान में सलाह की मौत का जिक्र नहीं किया।
इजरायल के अन्य हमलों में 26 फलस्तीनी मारे गए। इनमें से छह खान यूनिस में आंतरिक मंत्रालय मुख्यालय में मारे गए। बाकी उत्तरी गाजा के जबालिया शरणार्थी शिविर, शति शिविर और मध्य गाजा में मघाजी शिविर में मारे गए।
फलस्तीन ने अल-जजीरा पर लगाई रोक
फलस्तीनी प्रशासन ने क्षेत्र में अल-जजीरा की गतिविधियों पर रोक लगा दी है। कतर के इस चैनल पर उकसावे वाली सामग्री के प्रसारण और फलस्तीन के आंतरिक मामलों में दखल के आरोप लगाए गए हैं। अल-जजीरा ने फलस्तीन के इस कदम की आलोचना की है। इजरायल पहले ही इस तरह का कदम उठा चुका है।
इजरायल के पूर्व रक्षा मंत्री गैलेंट ने राजनीति छोड़ी
इजरायल के पूर्व रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने बुधवार को राजनीति छोड़ने का एलान कर दिया और कहा कि वह संसद से इस्तीफा दे रहे हैं। उन्होंने टेलीविजन पर जारी एक बयान में कहा-जैसा कि युद्ध के मैदान में होता है, वैसा ही सार्वजनिक जीवन में भी होता है। ऐसे क्षण आते हैं जब किसी को रुकना चाहिए, आकलन करना चाहिए और लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए दिशा चुननी चाहिए।
रक्षा मंत्री रहते हुए गैलेंट ने अक्सर प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और उनकी दक्षिणपंथी सरकार के सहयोगियों के खिलाफ स्वतंत्र रुख अपनाया था। गाजा में हमास के खिलाफ युद्ध के संचालन पर महीनों तक चली असहमति के बाद नेतन्याहू ने नवंबर में गैलेंट को सरकार से बाहर कर दिया था, लेकिन संसद के निर्वाचित सदस्य के रूप में उनकी सीट बरकरार रखी गई थी।
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