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    जापान दौरे पर पहुंचे NATO प्रमुख Jens Stoltenberg, बोले- 'हम सभी के लिए मायने रखता है यूक्रेन में युद्ध'

    Japan News नाटो प्रमुख जेन्स स्टोलटेनबर्ग जापान पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा कि कहा कि उनकी ये यात्रा नाटो और जापान के बीच साझेदारी को और मजबूत करेगी। स्टोलटेनबर्ग ने कहा कि अगर राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन युद्ध जीतते हैं तो ये यूक्रेन के लोगों के लिए त्रासदी होगी।

    By Jagran NewsEdited By: Jagran News NetworkUpdated: Tue, 31 Jan 2023 01:32 PM (IST)
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    NATO chief Jens Stoltenberg japan visit after south korea

    टोक्यो, एजेंसी। NATO Chief Japan Visit: दक्षिण कोरिया के बाद नाटो प्रमुख जेन्स स्टोलटेनबर्ग जापान पहुंच गए हैं। यहां उन्होंने कहा है कि यूक्रेन पर रूस का आक्रमण वैश्विक खतरों को बढ़ाता है। साथ ही ये दिखाता है कि लोकतंत्रों को मजबूत साझेदारी की आवश्यकता है। स्टोलटेनबर्ग ने टोक्यो में इरुमा एयर बेस पर मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि यूक्रेन में युद्ध दर्शाता है कि हमारी सुरक्षा आपस में घनिष्ठ रूप से जुड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि अगर राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जीतते हैं तो ये यूक्रेन के लोगों के लिए एक त्रासदी होगी। लेकिन ये दुनिया भर के नेताओं को एक बहुत खतरनाक संदेश भी भेजेगा। इससे साबित होगा कि कोई भी देश सैन्य बल का उपयोग करके अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकता है। इसलिए यूक्रेन में युद्ध हम सभी के लिए मायने रखता है।

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    जापान ने दिया है यूक्रेन का साथ

    स्टोलटेनबर्ग ने ये भी कहा कि उनकी ये यात्रा नाटो और जापान के बीच साझेदारी को और मजबूत करेगी। नाटो प्रमुख इस दौरान जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा से मिलेंगे। इसके बाद एक संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस आयोजित करेंगे। बता दें कि जापान भी यूक्रेन पर रूस के हमले के खिलाफ अमेरिका के नेतृत्व वाले आर्थिक प्रतिबंधों में शामिल होने के लिए तत्पर रहा है। इसने कीव के लिए मानवीय सहायता और खास रक्षा उपकरण भी प्रदान किए हैं।

    जापान ने नाटो के साथ संबंधों को किया है विस्तार

    इस बीच, किशिदा ने चेतावनी दी है कि यूरोप में रूस की आक्रामकता एशिया तक पहुंच सकती है। जहां पहले से ही चीन और ताइवान के बीच बढ़ते तनाव को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं। जापान ने भी हाल ही में नाटो के साथ संबंधों को महत्वपूर्ण रूप से आगे बढ़ाया है। अमेरिका का करीबी सहयोगी जापान ने हाल के वर्षों में चीन और उत्तर कोरिया की ओर से बढ़ते सुरक्षा खतरों के बीच अन्य हिंद-प्रशांत देशों के साथ-साथ ब्रिटेन, यूरोप और नाटो के साथ अपने सैन्य संबंधों का भी विस्तार किया है।

    रक्षा उद्योग को मजबूत कर रहा है जापान

    इसके अलावा, जापान देश के कमजोर रक्षा उद्योग को मजबूत करने के लिए हथियारों के निर्यात पर प्रतिबंधों को और कम करने के बारे में सोच रहा है। सोमवार को दक्षिण कोरिया में स्टोलटेनबर्ग ने दक्षिण कोरिया से यूक्रेन को सीधे सैन्य सहायता प्रदान करने का आह्वान किया था ताकि कीव को लंबे समय तक रूसी आक्रमण से लड़ने में मदद मिल सके। अब तक, सियोल ने संघर्षरत देशों को हथियारों की आपूर्ति नहीं करने की नीति का हवाला देते हुए यूक्रेन को केवल मानवीय सहायता प्रदान की है।

    उत्तर कोरिया को लेकर चर्चा

    स्टोलटेनबर्ग ने सोमवार को दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक येओल से भी मुलाकात की और 2022 में उत्तर कोरिया द्वारा भारी संख्या में बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षणों के बारे में चर्चा की। इसके अलावा, स्टोलटेनबर्ग ने रविवार को अमेरिकी खुफिया रिपोर्टों का उल्लेख किया। जिसमें उत्तर कोरिया पर यूक्रेन में युद्ध का समर्थन करने के लिए रूस को हथियार उपलब्ध कराने का आरोप लगाया गया था। वहीं, उत्तर कोरिया ने नाटो प्रमुख की इस यात्राओं की निंदा की। उसने कहा कि नाटो, क्षेत्र में अपने सैन्य कदम डालने की कोशिश कर रहा है। ये यूक्रेन को हथियार प्रदान करने के लिए अमेरिका के एशियाई सहयोगियों पर दबाव बनाने का प्रयास कर रहा है।

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