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    ब्रिक्स देशों पर भेदभावपूर्ण प्रतिबंधों के खिलाफ रूस और चीन एकजुट, पुतिन ने किया बड़ा एलान

    Updated: Sun, 31 Aug 2025 10:00 PM (IST)

    रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि रूस और चीन ब्रिक्स देशों के सामाजिक-आर्थिक विकास में बाधक प्रतिबंधों के खिलाफ एकजुट हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देश बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए संसाधन जुटा रहे हैं और ब्रिक्स की क्षमता मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। पुतिन ने आईएमएफ और विश्व बैंक में सुधार का समर्थन करते हुए एक नई वित्तीय प्रणाली की वकालत की है।

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    ब्रिक्स देशों पर भेदभावपूर्ण प्रतिबंधों के खिलाफ रूस और चीन एकजुट (फोटो सोर्स- रॉयटर्स)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि रूस और चीन ने ब्रिक्स देशों के सामाजिक-आर्थिक विकास में बाधा डालने वाले भेदभावपूर्ण प्रतिबंधों के विरुद्ध साझा रुख अपनाया है।

    शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के शिखर सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे पुतिन ने चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ को दिए एक साक्षात्कार में यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि रूस और चीन महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए अतिरिक्त संसाधन जुटाने पर विशेष ध्यान दे रहे हैं और वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के लिए ब्रिक्स की क्षमता मजबूत करने के लिए एकजुट हैं।

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    पुतिन की टिप्पणी

    पुतिन की उक्त टिप्पणी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा ब्रिक्स देशों पर 10 प्रतिशत टैरिफ लगाने की धमकी के बाद आई है। ब्रिक्स का गठन ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका ने किया था।

    सऊदी अरब, ईरान, इथियोपिया, मिस्त्र, अर्जेंटीना व संयुक्त अरब अमीरात इसके नए सदस्य बने हैं।पुतिन ने कहा कि रूस और चीन अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) और विश्व बैंक में सुधार का समर्थन करते हैं।

    परेड में भी होंगे शामिल

    दोनों इस बात पर सहमत हैं कि नई वित्तीय प्रणाली खुलेपन और वास्तविक समानता के सिद्धांतों पर आधारित होनी चाहिए, जो सभी देशों को समान व भेदभाव रहित पहुंच प्रदान कर सके और वैश्विक अर्थव्यवस्था में सदस्य देशों की वास्तविक स्थिति को प्रतिबिंबित कर सके।

    एससीओ शिखर सम्मेलन में भाग लेने के अलावा पुतिन द्वितीय विश्व युद्ध में जापान के विरुद्ध चीन की जीत की 80वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित होने वाले वी-डे परेड में भी शामिल होंगे।

    उन्होंने आशा व्यक्त की कि तियानजिन शिखर सम्मेलन 10-सदस्यीय संगठन में नई शक्ति का संचार करेगा, समकालीन चुनौतियों व खतरों का सामना करने की इसकी क्षमता को मजबूत करेगा और साझा यूरेशियाई क्षेत्र में एकजुटता मजबूत बनाएगा। यह सब एक अधिक न्यायसंगत बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था को आकार देने में मदद करेगा। उन्होंने विश्वास जताया कि समय की मांगों के अनुरूप एससीओ अपना आधुनिकीकरण करेगा।

    ट्रंप से हुई वार्ता की जानकारी चिनफिंग को दी

    पुतिन ने रविवार को चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग से भी मुलाकात की और रूस व अमेरिका के बीच हाल में हुई बातचीत पर चर्चा की। क्रेमलिन के अधिकारी यूरी उशाकोव ने यह जानकारी दी। पुतिन ने इस महीने की शुरुआत में अलास्का में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ बातचीत की थी।

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