Move to Jagran APP

Protest in China: चीन में लाकडाउन से नाराज लोगों ने किया विरोध प्रदर्शन, 'शी इस्तीफा दो' के लगाए नारे

Protest in China चीन में सख्त कोविड नियमों और लाकडाउन से लोगों का धैर्य जवाब दे गया है। नाराज लोग अब सड़कों पर उतर आए हैं और राष्ट्रपति शी चिनफिंग से इस्तीफा देने की मांग कर रहे हैं। बीजिंग समेत कई शहरों में लोगों विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

By AgencyEdited By: Achyut KumarPublished: Mon, 28 Nov 2022 03:15 AM (IST)Updated: Mon, 28 Nov 2022 03:15 AM (IST)
Lockdown से परेशान चीन की जनता सड़कों पर उतरी (फोटो- एपी)

शंघाई, एपी। चीन में सख्त एंटी-वायरस उपायों से नाराज प्रदर्शनकारियों ने शी चिनफिंग से इस्तीफा देने की मांग की है। आठ शहरों में रविवार को लोगों ने प्रदर्शन किया, जिन्हें काबू में करने के लिए अधिकारियों को काफी संघर्ष करना पड़ा।

loksabha election banner

प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने खदेड़ा

काली मिर्च स्प्रे का इस्तेमाल करने वाली पुलिस ने शंघाई में प्रदर्शनकारियों को खदेड़ दिया, जिन्होंने शी जिनपिंग को पद छोड़ने और एक पार्टी के शासन को समाप्त करने की मांग की थी, लेकिन घंटों बाद लोगों ने उसी स्थान पर फिर से रैली की। पुलिस ने फिर से प्रदर्शनकारियों को खदेड़ दिया। कुछ प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर पुलिस एक बस में ले जा रहा थी।

शुक्रवार से शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन

विरोध प्रदर्शन शुक्रवार से शुरू हुआ है, जो देखते ही देखते राजधानी बीजिंग से कई शहरों में फैल गिया। यह दशकों में सत्तारुढ़ दल के विरोध का सबसे व्यापक प्रदर्शन है। शंघाई में लोगों ने 1980 के दशक के बाद से सबसे शक्तिशाली नेता शी चिनफिंग के खिलाफ नारे लगाए गए और उनसे इस्तीफा देने की मांग की।

कोविड-19 को काबू करने में नाकाम रहा चीन

वायरस के उभरने के तीन साल बाद, चीन एकमात्र प्रमुख देश है, जो अभी भी COVID-19 के संचरण को रोकने की कोशिश कर रहा है। इसकी 'Zero COVID' रणनीति भी सवालों के घेरे में है। कुछ शहरों में लोगों का दैनिक परीक्षण किया जा रहा है। इसने चीन की संक्रमण संख्या को संयुक्त राज्य और अन्य प्रमुख देशों की तुलना में कम रखा है।

यह भी पढ़ें: Covid Cases in China: चीन में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामले, पिछले 24 घंटे में 39,791 लोग हुए पाजिटिव

भोजन और दवा की कमी

कुछ इलाकों में होम क्वारंटाइन किए गए लोगों का कहना है कि उनके पास भोजन और दवा की कमी है। सत्तारूढ़ दल को दो बच्चों की मौत के बाद जनता के गुस्से का सामना करना पड़ा है, जिनके माता-पिता ने कहा कि एंटी-वायरस नियंत्रण ने चिकित्सा सहायता प्राप्त करने के प्रयासों में बाधा उत्पन्न की।

'हम पीसीआर परीक्षण नहीं चाहते'

उत्तर पश्चिम के उरुमकी शहर में एक अपार्टमेंट इमारत में गुरुवार को आग लगने और 10 लोगों के मारे जाने के बाद मौजूदा विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। लगभग 300 प्रदर्शनकारी शनिवार की देर शाम शंघाई में एकत्र हुए। उन्होंने नारे लगाए, 'हम पीसीआर (परीक्षण) नहीं चाहते, लेकिन आजादी चाहते हैं।'

यह भी पढ़ें: COP27: लॉस एंड डैमेज फंड पर सहमति, लेकिन उत्सर्जन कम करने की दिशा में नहीं हुई प्रगति

यह भी पढ़ें: Fact Check: कलमा पढ़ रहे इन लोगों का वीडियो फीफा वर्ल्ड कप 2022 का नहीं है


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.