चीन की वन-चाइल्ड पॉलिसी की पूर्व प्रमुख पेंग पेइयुन का निधन, श्रद्धांजलि देने के बजाय लोग क्यों कर रहे आलोचना?
चीन की वन-चाइल्ड पॉलिसी की पूर्व प्रमुख पेंग पेइयुन का निधन हो गया है। सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि के बजाय उनकी आलोचना हो रही है। पेंग 1988 से 1998 तक ...और पढ़ें

चीन की वन-चाइल्ड पॉलिसी की पूर्व प्रमुख पेंग पेइयुन (फोटो- सोशल मीडिया)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चीन की वन-चाइल्ड पॉलिसी की पूर्व प्रमुख पेंग पेइयुन का बीते रविवार को निधन हो गया। उनके निधन के बाद सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि देने के बजाय इस खत्म हो चुकी पॉलिसी की आलोचना की गई।
सरकारी मीडिया ने 1988 से 1998 तक चीन के फैमिली प्लानिंग कमीशन की प्रमुख रहीं पेंग पेइयुन की महिलाओं और बच्चों से जुड़े कामों में 'एक बेहतरीन नेता के तौर पर तारीफ की।
एक-बच्चे की पॉलिसी का दर्द
रविवार को बीजिंग में पेंग की मौत पर, चीन के सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया उतनी अच्छी नहीं आई। चीन के मशहूर माइक्रो-ब्लॉग वीबो पर एक व्यक्ति ने पोस्ट किया, 'वे बच्चे जो खो गए थे, नग्न थे, वे दूसरी दुनिया में आपका इंतजार कर रहे हैं।'
1980 से 2015 तक चीन में लगभग हर कपल के लिए सिर्फ एक बच्चा पैदा करने के नियम ने स्थानीय अधिकारियों को महिलाओं को गर्भपात और नसबंदी करवाने के लिए मजबूर किया था।
आबादी में तेजी से गिरावट
बीजिंग ने एक-बच्चे की पॉलिसी शुरू की थी क्योंकि नेताओं को डर था कि जनसंख्या वृद्धि कंट्रोल से बाहर हो सकती है।
लेकिन चीन की आबादी, जो लंबे समय से दुनिया में सबसे ज्यादा थी, बाद में धीमी हो गई और पिछले साल लगातार तीसरे साल इसमें गिरावट आई। वीबो पोस्ट में कहा गया, 'अगर एक-बच्चे की पॉलिसी 10 साल कम लागू की गई होती, तो चीन की आबादी इस तरह से नहीं गिरती!'
पेंग ने बाद में बदले विचार
2010 के दशक तक, पेंग ने सार्वजनिक रूप से अपने विचार बदल दिए थे। बाद में उन्होंने का था कि एक-बच्चे की पॉलिसी में ढील दी जानी चाहिए। अब बीजिंग चाइल्डकेयर सब्सिडी, लंबी मैटरनिटी लीव और टैक्स बेनिफिट्स के साथ घटती जन्म दर को बढ़ाने की कोशिश कर रहा है।
आबादी के घटने और बूढ़े होने से यह चिंता बढ़ गई है कि दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था को मुश्किल होगी क्योंकि काम करने वालों की संख्या कम हो जाएगी।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।