Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    39 साल बाद सबसे कम शादियां, 26 लाख जोड़े लेना चाहते हैं तलाक, चीन के सामने आई सबसे बड़ी मुसीबत

    Updated: Tue, 11 Feb 2025 02:39 AM (IST)

    चीन के सामने एक नई मुसीबत आ खड़ी हुई है। घटती जन्मदर के बाद अब शादी के मामलों में रिकॉर्ड कमी आई है। 39 साल बाद चीन में सबसे कम शादियां रिकॉर्ड की गई हैं। वहीं तलाक के मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है। घटती जन्मदर की वजह से चीन कामगारों के संकट और बुजुर्गों की बढ़ती संख्या से जूझ रहा है।

    Hero Image
    चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग। ( फाइल फोटो )

    एएनआई, बीजिंग। चीन में सरकार के युवा लोगों को विवाह और बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित किए जाने के बावजूद देश में 2024 में विवाह दर रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया। शनिवार को जारी आंकड़ों से यह भी पता चलता है कि देश में तलाक की संख्या बढ़ी है। नागरिक मामलों के मंत्रालय के अनुसार पिछले वर्ष केवल 61 लाख दंपतियों ने अपना विवाह पंजीकृत कराया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    20.5 फीसदी की आई कमी

    2023 में हुए विवाह की तुलना में 20.5 प्रतिशत कमी दर्ज की गई। मंत्रालय द्वारा 1986 में विवाहों की संख्या का रिकॉर्ड शुरू किए जाने के बाद यह सबसे कम संख्या है। सीएनएन के अनुसार विवाह और जन्म में कमी से चीन में गंभीर चुनौती पैदा हो गई है। देश कामगारों की घटती और बुजुर्गों की बढ़ती संख्या का सामना कर रहा है जिससे उसकी अर्थव्यवस्था दबाव में है।

    26 लाख दंपतियों ने दाखिल की तलाक की अर्जी

    2013 में चीन में सर्वाधिक एक करोड़ 30 लाख विवाह हुए थे। 2024 में उसके आधे विवाह हुए हैं। शनिवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, बीते वर्ष 26 लाख दंपतियों ने तलाक की अर्जी दाखिल कराई। पिछले वर्ष की तुलना में ऐसे मामलों में 28000 वृद्धि हुई है। तमाम आलोचनाओं के बावजूद 2021 से चीन में तलाक की अर्जी दाखिल करने वाले दंपतियों के लिए 30 दिन का अनिवार्य 'कूलिंग-ऑफ' अवधि लागू है।

    लगातार तीसरे साल गिरी जनसंख्या

    पिछले वर्ष जन्म दर में मामूली वृद्धि के बावजूद चीन की जनसंख्या लगातार तीसरे वर्ष कम हुई। 16 से 59 वर्ष के बीच की कामकाजी उम्र की जनसंख्या में 2024 में 68 लाख 30 हजार की गिरावट आई है। इस बीच 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों की संख्या में वृद्धि जारी रही। इस आयु वर्ग के लोग कुल जनसंख्या का 22 प्रतिशत हैं।

    यह भी पढ़ें: 'दोबारा पारित बिलों को राष्ट्रपति को कैसे भेज सकते हैं', सुप्रीम कोर्ट ने तमिलनाडु राज्यपाल की चुप्पी पर उठाया सवाल

    यह भी पढ़ें: 'तोड़ने के बजाय मूल स्थिति में बहाल हो शीशमहल', भाजपा ने लिखी दिल्ली के LG को चिट्ठी; जांच में तेजी लाने की मांग