Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कोविड काल में चीन में फंसे छात्रों से भारतीय दूतावास ने किया संवाद, चीनी विश्वविद्यालयों के कई पुराने और नए छात्रों ने लिया भाग

    By Agency Edited By: Babli Kumari
    Updated: Sun, 05 May 2024 06:59 PM (IST)

    चीन के वीजा प्रतिबंधों के कारण मुश्किलों का सामना करने वाले भारतीय छात्रों के लिए चीन के दूतावास ने एक सत्र का आयोजन किया। इस सत्र में बीजिंग में भारत के राजदूत प्रदीप कुमार रावत और काउंसलर नितिनजीत सिंह ने सत्र के दौरान विद्यार्थियों से बातचीत की और उनकी शिकायतों और अनुभवों को सुना। वर्तमान में भारतीय छात्रों की संख्या घटकर लगभग 10000 रह गई है।

    Hero Image
    चीन में भारतीय दूतावास ने भारतीय विद्यार्थीयों से किया संवाद (फोटो- @EOIBeijing)

    पीटीआई, बीजिंग। चीन में भारतीय दूतावास ने कोविड काल के दौरान चीन के वीजा प्रतिबंधों के कारण मुश्किलों का सामना करने वाले भारतीय छात्रों के साथ अपना पहला संवाद सत्र आयोजित किया है। चार मई को आयोजित 'स्वागत और संवाद समारोह' में 13 से अधिक चीनी विश्वविद्यालयों के लगभग 80 पुराने और नए छात्रों ने भाग लिया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बीजिंग में भारत के राजदूत प्रदीप कुमार रावत और काउंसलर नितिनजीत सिंह ने सत्र के दौरान विद्यार्थियों से बातचीत की और उनकी शिकायतों और अनुभवों को सुना। दूतावास ने एक्स पर पोस्ट में कहा है कि दूतावास द्वारा पेश की जाने वाली विभिन्न सेवाओं के सचिव (द्वितीय) अमित शर्मा ने सत्र के दौरान विस्तृत प्रस्तुति दी।

    साल 2020 में 23 हजार से ज्यादा छात्र कर रहे थे पढ़ाई

    वर्ष 2020 के शुरू में चीन में कोरोना वायरस के प्रकोप के समय चीनी विश्वविद्यालयों में 23 हजार से ज्यादा भारतीय विद्यार्थी पढ़ रहे थे, जिनमें से अधिकांश मेडिकल छात्र थे।

    वर्तमान में पूरे चीन में भारतीय विद्यार्थीयों की संख्या घटी 

    वर्तमान में पूरे चीन में यह संख्या घटकर लगभग 10,000 रह गई है। चीनी विश्वविद्यालय से मेडिकल करने वाले भारतीय छात्रों को भारत में प्रैक्टिस करने की अनुमति प्राप्त करने के लिए विदेशी मेडिकल स्नातक परीक्षा देनी होती है।

    यह भी पढ़ें- America: व्हाइट हाउस की सुरक्षा में बड़ी चूक, बैरियर से टकराया वाहन; चालक की मौत