चीन की पुलिस अब विदेशी कुत्तों पर नहीं, 'कुनमिंग डॉग' पर जताएगी भरोसा; जर्मन शेफर्ड को किया रिप्लेस
चीन अब पुलिस कुत्तों के मामले में विदेशी नस्लों पर निर्भर नहीं रहना चाहता। राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारियों ने पुलिस को जर्मन शेफर्ड की जगह कुनमिंग डॉग को ...और पढ़ें
-1766164496620.webp)
चीन की पुलिस अब विदेशी कुत्तों पर नहीं कुनमिंग डॉग पर जताएगी भरोसा (फोटो सोर्स- रॉयटर्स)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चीन अब पुलिस कुत्तों के मामले में भी विदेशी नस्लों पर निर्भर नहीं रहना चाहता। इसी दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए चीन के राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारियों ने देशभर की पुलिस से कहा है कि वे जर्मन शेफर्ड जैसी विदेशी नस्लों की जगह घरेलू तौर पर विकसित कुनमिंग डॉग को प्राथमिकता दें।
चीन के सार्वजनिक सुरक्षा मंत्रालय (Ministry of Public Security) ने गुरुवार को जारी बयान में कहा कि पुलिस को अंतरराष्ट्रीय स्तर की पुलिस डॉग तकनीक विकसित करने में मदद करनी चाहिए। मंत्रालय ने कुनमिंग डॉग की खूबियों का जिक्र करते हुए इसे चीन की आत्मनिर्भरता की दिशा में अहम बताया।
कुनमिंग डॉग एक वुल्फ-डॉग हाइब्रिड है, जिसे दक्षिणी चीन में दशकों से तैयार किया जा रहा है। यह नस्ल अल्सेशियन (जर्मन शेफर्ड) और स्थानीय कुत्तों को मिलाकर विकसित की गई है। मंत्रालय के मुताबिक, कुनमिंग डॉग को बढ़ावा देना पुलिस डॉग नस्लों पर चीन के स्वतंत्र नियंत्रण और ब्रांड निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
दशकों की रिसर्च से तैयार नस्ल
कुनमिंग डॉग पूरी तरह से प्राकृतिक नहीं, बल्कि लंबे समय तक की गई कृत्रिम ब्रीडिंग का नतीजा है। 1950 के दशक में चीन ने युन्नान प्रांत में एक विशेष कैनाइन ब्रीडिंग सेंटर शुरू किया था। सरकार अब इसके अलावा तीन और स्वदेशी पुलिस डॉग नस्लों पर भी काम कर रही है। कुनमिंग के शोधकर्ता वांग गुओडोंग के अनुसार, इस कुत्ते की सबसे बड़ी ताकत इसकी विविध आनुवंशिक बनावट है।
वांग का कहना है कि विदेशी नस्लें किसी एक काम में तो अच्छी होती हैं, लेकिन उनमें साफ कमजोरियां भी होती हैं, जबकि कुनमिंग डॉग कई तरह के कामों में बेहतर साबित होता है।
विदेशी नस्लों से बेहतर दावा
मंत्रालय के अनुसार, कुनमिंग डॉग चीन का पहला और फिलहाल इकलौता ऐसा पुलिस कुत्ता है, जिसके पास पूरी तरह स्वतंत्र बौद्धिक संपदा अधिकार (IP rights) हैं। इसे उच्च तकनीकी और नवाचार मूल्य वाला बताया गया है। पुलिस हैंडलरों का दावा है कि यह नस्ल नशीले पदार्थों और विस्फोटकों की पहचान, संदिग्धों का पीछा करने और पकड़ने जैसे कामों में विदेशी कुत्तों से बेहतर प्रदर्शन करती है।
एक अलग सरकारी रिपोर्ट में बताया गया कि कुछ चीनी पुलिस कुत्तों को पहले जर्मन भाषा में ट्रेनिंग दी जाती थी, यह मानकर कि वे उस भाषा में बेहतर प्रतिक्रिया देते हैं। मंत्रालय का कहना है कि बदलते वैश्विक हालात में स्थानीय वातावरण के अनुकूल, उच्च गुणवत्ता वाली स्वदेशी पुलिस डॉग नस्लों की स्थिर आपूर्ति बेहद जरूरी है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।