चीन का सैन्य अभ्यास पूरा, ताइवानी सेना हाई अलर्ट पर
चीन ने ताइवान के इर्द-गिर्द पांच स्थानों पर सैन्य अभ्यास 'जस्टिस मिशन 2025' पूरा कर लिया है, जिसमें रॉकेट, युद्धपोत और लड़ाकू विमान शामिल थे। अमेरिका ...और पढ़ें

चीन की सैन्य अभ्यास। (रॉयटर्स)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ताइवान के इर्द-गिर्द पांच स्थानों पर सैन्य अभ्यास कर चीन की नौसेना वापस लौट गई है लेकिन ताइवान की सेनाएं अभी भी हाई अलर्ट पर हैं। चीन ने अपने सैन्य अभ्यास में रॉकेटों, युद्धपोतों और लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किया। ताइवान ने इस सैन्य अभ्यास की निंदा की है और कहा है कि इससे क्षेत्रीय सुरक्षा पर खतरा बढ़ा है। चीन ने यह सैन्य अभ्यास अमेरिका की ताइवान के लिए हथियारों की आपूर्ति की घोषणा के ठीक बाद किया है।
जस्टिस मिशन 2025 नाम वाले चीन के सैन्य अभ्यास में ताइवान की दिशा में दर्जनों रॉकेट दागे गए। इस दौरान ताइवान के नजदीक समुद्र में बड़ी संख्या में चीनी युद्धपोत गश्त करते रहे और आकाश में लड़ाकू विमान उड़ते रहे।
रक्षा विश्लेषकों के अनुसार, चीन ने ऐसा कर ताइवान समर्थक पश्चिमी देशों को संदेश देने की कोशिश की है। बुधवार देर शाम चीन ने इस सैन्य अभ्यास के पूर्ण होने की घोषणा कर दी और समुद्र से उसके युद्धपोत वापस जाने लगे लेकिन ताइवान की सेनाएं हाई अलर्ट पर और युद्ध के लिए तैयार हैं। ताइवान ने चीन के सैन्य अभ्यास को क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए खतरनाक और भड़कावे की कार्रवाई बताया है।
बताया गया है कि युद्धाभ्यास के दौरान चीन ने ताइवान के आसपास करीब 100 युद्धपोतों को तैनात किया और उनसे हमले व बचाव की कार्रवाई को अंजाम दिया। इनके अतिरिक्त 77 लड़ाकू विमानों ने सैन्य अभ्यास में हिस्सा लिया।
चीन के इस सैन्य अभ्यास से हरकत में आए अमेरिका ने क्वाड (क्वाड्रिलेट्रल सिक्युरिटी डायलाग) में शामिल देशों-भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ बीजिंग में राजदूत स्तर की बैठक की है। क्वाड देशों ने दक्षिण चीन सागर से अबाध आवागमन जारी रहने पर जोर दिया है। चीन वर्षों से इस समुद्री क्षेत्र पर अपना अधिकार जताते हुए उसके जरिये आवागमन रोकने की बात कहता है।
चीन के विरोध के लिए ताइवान का इस्तेमाल : रूस
रूस ने वन चाइना पालिसी का समर्थन बरकरार रखने का एलान करते हुए कहा कि वह किसी भी तरह की ताइवान की स्वतंत्रता का विरोध करता है। रूसी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि कुछ देश चीन के विरोध के लिए ताइवान का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं, यह कोशिश निंदनीय है। इस बीच ब्रिटेन ने ताइवान के मामले में चीन से संयम बरतने के लिए कहा है।
(समाचार एजेंसी रॉयटर्स के इनपुट के साथ)

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