लगातार तीसरे साल गिरी चीन की जनसंख्या, 2024 में 14 लाख कम हुई; शी चिनफिंग के सामने बड़ी चुनौती
चीन में लगातार जनसंख्या गिर रही है। इससे शी चिनपिंग प्रशासन के सामने कई चुनौती खड़ी हो गई हैं। विशेषज्ञों ने आगे इसमें तेजी आने की चेतावनी जारी की है। चीन के अलावा जापान में भी जनसंख्या तेजी से गिर रही है। माना जा रहा है मौजूदा पीढ़ी कम बच्चे पैदा करने को प्राथमिकता दे रही है। वहीं स्वास्थ्य सेवाओं में प्रगति होने से जीवन प्रत्याशी भी बढ़ी है।

रॉयटर्स, हांगकांग। चीन की जनसंख्या में 2024 में लगातार तीसरे वर्ष गिरावट दर्ज की गई है। विशेषज्ञों ने आने वाले वर्षों में इस रुख में तेजी आने की चेतावनी दी है। जनसंख्या में गिरावट चीन की सरकार और देश की अर्थव्यवस्था के लिए चुनौती बन गई है।
अकेले चीन ही नहीं जापान, दक्षिण कोरिया व इटली जैसे देशों भी जनसंख्या में गिरावट और बुजुर्गों की बढ़ती संख्या जैसी दोहरी चुनौती का सामना कर रहे हैं।
इसका कारण यह है कि युवा पीढ़ी ने कम बच्चे पैदा करने का विकल्प अपना लिया है और स्वास्थ्य सेवाओं में प्रगति के कारण जीवन प्रत्याशा बढ़ गई है।
चीनी अर्थव्यवस्था को जूझना पड़ेगा
चीन के राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो ने कहा है कि 2024 में लगभग 14 लाख कम होकर चीन की कुल जनसंख्या 1.408 अरब रह गई। शुक्रवार के आंकड़े ने इस चिंता को बल दे दिया है कि कामगारों और उपभोक्ताओं की गिरती संख्या के कारण विश्व की दूसरे पायदान पर आने वाली सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था को संघर्ष करना पड़ेगा।
जापान में भी गिर रही जनसंख्या
इसके साथ ही बुजुर्गों की देखभाल का खर्च बढ़ रहा है और सेवानिवृत्ति लाभ का बोझ भी पहले से ही कर्ज में डूबी स्थानीय सरकारों के लिए अतिरिक्त दबाव पैदा करेगा। इसी तरह जापान की जनसंख्या में 15 वर्षों से गिरावट जारी है, जबकि दक्षिण कोरिया का नकारात्मक रुख 2021 में शुरू हुआ। इटली में 19वीं सदी के बाद पहली बार जन्मों की संख्या 4,00,000 से नीचे आ गई है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।