NASA: चांद पर कब्जा करने की ताक में है चीन, नासा ने कहा- सैन्य कार्यक्रम चलाना चाहते है चाइनीज
चीन 2023 में 60 से अधिक अंतरिक्ष मिशनों के साथ 200 से अधिक अंतरिक्ष यान लांच करने की योजना बना रहा है। चीन और रूस के पास पहले से ही खतरनाक उपग्रह हैं जो अमेरिकी उपग्रहों को नष्ट कर सकते हैं।
बीजिंग, एएनआइ। चीन अन्य देशों के इलाकों पर अपनी दावेदारी जताता रहा है, लेकिन भविष्य में वह चंद्रमा पर भी कब्जा कर सकता है। चीन की अंतरिक्ष महत्वाकांक्षाओं को लेकर नासा के प्रशासक बिल नेल्सन ने आशंका जताई है कि चीन चंद्रमा के संसाधन-समृद्ध क्षेत्रों पर अपना दावा कर सकता है। इंडो-पैसिफिक सेंटर फार स्ट्रैटेजिक कम्युनिकेशन (आइपीसीएससी) की रिपोर्ट के अनुसार चीन अपने अंतरिक्ष कार्यक्रम के जरिये खुद को सैन्य, आर्थिक और तकनीकी शक्ति में बदलने का प्रयास कर रहा है।
200 से अधिक अंतरिक्ष यान लांच करने की योजना बना रहा चीन
नेल्सन ने एक जनवरी को पोलिटिको के साथ साक्षात्कार में कहा कि उन्हें चिंता है कि चीन चंद्रमा पर संसाधन-समृद्ध क्षेत्रों में विज्ञानी अनुसंधान केंद्रों का निर्माण करेगा और फिर उस पर संप्रभुता का दावा करेगा। आइपीसीएससी ने बताया कि बीजिंग चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास स्वायत्त चंद्र अनुसंधान स्टेशन बनाने की भी योजना बना रहा है, जिसके 2025 में शुरू होने की उम्मीद है। चीन आर्थिक लाभ और रणनीतिक कारणों से अंतरिक्ष युद्ध जीतने की कोशिश कर रहा है।
आइपीसीएससी के अनुसार चाइना एयरोस्पेस साइंस एंड टेक्नोलाजी कारपोरेशन (सीएएससी) के अध्यक्ष वू यानशेंग ने 20 दिसंबर को चीन के अंतरिक्ष विकास लक्ष्यों को रेखांकित किया था। चीन 2023 में 60 से अधिक अंतरिक्ष मिशनों के साथ 200 से अधिक अंतरिक्ष यान लांच करने की योजना बना रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन और रूस के पास पहले से ही ''खतरनाक उपग्रह'' हैं जो अमेरिकी उपग्रहों को नष्ट कर सकते हैं और कहर बरपा सकते हैं।
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