नॉर्थ अमेरिका में भगवान राम की गूंज, मिसीसॉगा में स्थापित की गई 51 फीट ऊंची प्रतिमा
कनाडा के मिसिसॉगा में 4 अगस्त 2025 को भगवान राम की 51 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया गया। फाइबरग्लास और स्टील से बनी यह मूर्ति 200 किमी/घंटा तक की हवा झेल सकती है। हिंदू हेरिटेज सेंटर में हुए इस भव्य समारोह में कई राजनेता और श्रद्धालु शामिल हुए। यह प्रतिमा पश्चिम में सनातन धर्म का प्रतीक है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नॉर्थ अमेरिका के मिसीसॉगा में रविवार, 4 अगस्त, 2025 को सबसे ऊंची भगवान राम की प्रतिमा का अनावरण हुआ। यह भव्य उद्घाटन समारोह मिसिसॉगा, ओंटारियो स्थित हिंदू हेरिटेज सेंटर में हुआ और इसमें हजारों श्रद्धालुओं और राजनीतिक नेताओं ने हिस्सा लिया।
श्री राम की 51 फीट ऊंची मूर्ति की ऊंचाई में अतिरिक्त 7 फीट का चबूतरा और प्रस्तावित छतरी को शामिल नहीं किया गया है, अब पश्चिम में सनातन धर्म का एक विशाल प्रतीक है।
किस चीज से बनी है प्रतिमा
फाइबरग्लास और स्टील का उपयोग करके दिल्ली में बनाई गई इस मूर्ति को 200 किमी/घंटा तक की तेज हवाओं को झेलने के लिए डिजाइन किया गया है और इसके एक सदी से भी अधिक समय तक टिके रहने की उम्मीद है। भारत में निर्मित इस मूर्ति को कनाडा में कुशल कारीगरों की ओर से स्थानीय स्तर पर तैयार किया गया था, जो पारंपरिक शिल्प कौशल और आधुनिक इंजीनियरिंग के मिश्रण को दर्शाता है।
कौन-कौन लोग हुए शामिल?
इस समारोह में कनाडाई राजनीति की जानी-मानी हस्तियां शामिल हुईं, जिनमें महिला एवं लैंगिक समानता मंत्री रेची वाल्डेज, ट्रेजरी बोर्ड के अध्यक्ष शफकत अली, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मंत्री मनिंदर सिद्धू और हाउस ऑफ कॉमन्स में कंजर्वेटिव पार्टी के अंतरिम नेता एंड्रयू शीर शामिल थे। सभी ने इस अवसर के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व की प्रशंसा की।
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