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    कनाडा में खालिस्तानियों का उपद्रव, गुरुद्वारे में तोड़फोड़ के बाद दीवार पर लिखा 'खालिस्तान जिंदाबाद'

    Updated: Sun, 20 Apr 2025 04:07 PM (IST)

    कनाडा में खालिस्तानी कट्टरपंथियों ने मंदिरों और दूतावास के बाद अब गुरुद्वारे को निशाना बनाया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उपद्रवियों ने न सिर्फ गुरुद्वारे में तोड़फोड़ की बल्कि उसकी दीवारों पर स्प्रे पेंट से खालिस्तान जिंदाबाद लिख दिया। जहां ये घटना हुई उसे वैंकूवर का केडीएस गुरुद्वारा कहा जाता है। इसे रॉस स्ट्रीट गुरुद्वारे के नाम से भी लोग जानते हैं।

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    कनाडा में इसे रॉस स्ट्रीट गुरुद्वारे के नाम से जाना जाता है (फोटो: @kdsross)

    आईएएनएस, टोरंटो। कनाडा के वैंकूवर में एक प्रमुख गुरुद्वारे में रातभर खालिस्तान समर्थक कट्टरपंथियों ने तोड़फोड़ की, जिससे स्थानीय सिख समुदाय में आक्रोश फैल गया। यह घटना खालसा दीवान सोसाइटी (केडीएस) गुरुद्वारे में हुई, जिसे आमतौर पर रॉस स्ट्रीट गुरुद्वारा के रूप में जाना जाता है।

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    गुरुद्वारा प्रशासन ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर तस्वीरें साझा कीं, जिसमें मंदिर के पार्किंग स्थल के आसपास की दीवार पर कई स्थानों पर खालिस्तान शब्द स्प्रे-पेंट किया गया था। कनाडाई मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, वैंकूवर पुलिस विभाग वर्तमान में घटना की जांच कर रहा है।

    गुरुद्वारा प्रशासन ने की निंदा

    एक बयान में, केडीएस ने इस कृत्य की निंदा की, इसे समुदाय के भीतर भय और विभाजन फैलाने का एक जानबूझकर किया गया प्रयास बताया। गुरुद्वारा कमेटी की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि खालिस्तान की वकालत करने वाले सिख अलगाववादियों के एक छोटे समूह ने 'खालिस्तान जिंदाबाद' जैसे विभाजनकारी नारों के साथ हमारी पवित्र दीवारों को खराब कर दिया।

    केडीएस ने पिछले सप्ताहांत वैंकूवर में अपनी वैसाखी परेड आयोजित की थी और खालिस्तान समर्थक समूहों को इस कार्यक्रम में भाग लेने से प्रतिबंधित कर दिया था। इस बीच, केडीएस गुरुद्वारा प्रवक्ता जग संघेरा ने सीटीवी न्यूज को बताया कि तोड़फोड़ व्यापक थी। 1906 में स्थापित, रॉस स्ट्रीट गुरुद्वारा कनाडा में सबसे पुराने और सबसे महत्वपूर्ण सिख संस्थानों में से एक है।

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