रोजाना खाने के बाद भी कर सकते हैं उपवास, जानिए कैसे ?
दिन में 14--15 घंटे तक कुछ नहीं खाने से आपके पाचन तंत्र को पर्याप्त आराम भी मिल जाता है।
वाशिंगटन, द न्यूयॉर्क टाइम्स। हमने अक्सर कुछ लोगों को मजाक में कहते सुना होगा कि 'मैं तो रोज खाने के बाद व्रत कर लेता हूं।' हालांकि ऐसा कहने वाले को भी पता नहीं होता है कि उसका यह मजाक वैज्ञानिक रूप से कितना सही है। दरअसल रोज भरपेट खाना खाने के बाद उपवास करने को इंटरमिटेंट फास्टिंग कहा जाता है।
उपवास का यह तरीका भी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है। इस तरीके में रोज आठ से 10 घंटे का समय तय कर लिया जाता है, जिसमें अपनी इच्छा के अनुरूप सब कुछ खाया जा सकता है। इसके अलावा बचे हुए 14 से 16 घंटे में कुछ नहीं खाना होता। इस अवधि में आप पानी, जूस या अन्य तरल ले सकते हैं। चाय या कॉफी के शौकीन हैं, तो इनका सेवन भी कर सकते हैं। बस ऐसा कुछ खाने से बचना है, जिसे पचाने में शरीर को मेहनत करनी प़़डे। शराब या इस तरह के अन्य पेय से बचना भी जरूरी है।
जब ना खाएं, तभी व्रत 'ओबेसिटी कोड' पुस्तक के लेखक डॉ. जेसन फंग कहते हैं, 'किसी भी वक्त जब आप कुछ नहीं खा रहे होते हैं, तब आप व्रत में होते हैं। चार घंटे से ज्यादा भूखे रहना अपने आप में उपवास ही है। कई बार लोग बस इसलिए खाते हैं, क्योंकि उनके खाने का वक्त हो गया है, भले ही उस खाने में उनकी रचि नहीं हो। ऐसा मत कीजिए। जिस चीज को नहीं खाना चाहते हैं, मत खाइए। आपका शरीर जानता है कि क्या करना है। वह अतिरिक्त वसा का इस्तेमाल कर लेगा।'
वजन नियंत्रण में कारगर है तरीका, इसे सीधे शब्दों में ऐसे भी समझा जा सकता है कि जब आप किसी वक्त का खाना छोड़ते हैं, तो शरीर उस समय की जरूरत को अपने अंदर से ही पूरा करता है। यह प्रक्रिया वजन कम करने में मददगार होती है। इसके अलावा दिन में 14--15 घंटे तक कुछ नहीं खाने से आपके पाचन तंत्र को पर्याप्त आराम भी मिल जाता है। यह अंदरूनी अंगों की सेहत के लिए अच्छा होता है। डायबिटीज के मरीज भी इससे लाभ उठा सकते हैं।
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