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    हत्या या आत्महत्या? Suchir Balaji की मौत का सच आया सामने; ChatGPT मेकर पर उठाए थे सवाल

    Updated: Mon, 17 Feb 2025 12:47 PM (IST)

    OpenAI (ChatGPT) पर सवाल खड़ा करने वाले सुचिर की मौत को लेकर सैन फ्रांसिस्को पुलिस ने एक बड़ा खुलासा किया है। पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट का हवाले देते हुए कहा कि सुचिर की मौत अत्महत्या की वजह से हुई है। उनकी हत्या के कोई सबूत नहीं मिले हैं। बता दें कि सुचिर की मां ने आरोप लगाया है कि उनके बेटे की हत्या हुई है।

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    सुचिर बालाजी की मौत को लेकर अमेरिकी अधिकारी ने बड़ा दावा किया है।(फोटो सोर्स: जागरण)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका में रहने वाले भारतीय मूल के रिसर्चर सुचिर बालाजी (who is suchir balaji)  की संदिग्ध हालात में मौत हो थी। वो OpenAI के पूर्व रिसर्चर थे। उन्होंने OpenAI (ChatGPT) को खतरनाक बताया था। वो सैन फ्रांसिस्को स्थित अपार्टमेंट में मृत पाए गए थे।  

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    सुचिर की मौत को लेकर सैन फ्रांसिस्को पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के हवाले से एक बड़ा दावा किया है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सुचिर की मौत आत्महत्या की वजह से हुई है।

    हत्या के नहीं मिले सबूत: रिपोर्ट

    कई हफ्तों की जांच और बार-बार पूछताछ के बाद अधिकारियों ने बताया कि उनके हत्या की कोई सबूत नहीं मिली है।  सुचिर बालाजी के माता-पिता का आरोप है कि उनके बेटे की हत्या हुई है।

    मेडिकल परीक्षक की रिपोर्ट में कहा गया है,ओसीएमई को हत्या का कोई सबूत नहीं मिला है। रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने खुद को गोली मार ली थी।

    सुचिर की मां ने जांच पर उठाए सवाल

    सुचिर बालाजी की मां पूर्णिमा राव ने कहा कि एसएफपीडी ने शव परीक्षण और पुलिस रिपोर्ट में गलत जानकारी लिखी है। उन्होंने एक्स पर लिखा, "पुलिस अधिकारियों ने लीजिंग ऑफिस से सीसीटीवी फुटेज कभी नहीं ली। हमें पुलिस से रिपोर्ट चाहिए। हम केवल पारदर्शी जांच की मांग कर रहे हैं।"

    सुचिर बालाजी ने OpenAI को लेकर क्या कहा था?

    सुचिर यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के स्टूडेंट थे। उन्होंने कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई की थी। उन्होंने OpenAI और Scale AI में इंटर्नशिप की थी। वो ChatGPT बनाने वालों डेवलपर्स में शामिल थे। OpenAI के साथ चार साल काम करने के बाद सुचिर के एहसास हुआ कि यह टेक्नोलॉजी समाज को फायदा से ज्यादा नुकसान पहुंचाने वाली है।

    सुचिर ने दावा किया था कि जनरेटिव AI  को विकसित करने के लिए गलत और कॉपीराइट डेटा का इस्तेमाल किया गया है, जो एक फेयर प्रैक्टिस नहीं है।  

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