कौन है अफगानी शरणार्थी रहमानुल्लाह? जिसने व्हाइट हाउस के पास की गोलीबारी, खतरनाक था इरादा
अमेरिका के व्हाइट हाउस के पास हुई गोलीबारी में दो जवान घायल हो गए। हमलावर, रहमानुल्लाह लकनवाल, एक अफगानी नागरिक है। वह ऑपरेशन एलाइज वेलकम के तहत अमेरिका आया था। उसने घात लगाकर गार्डों पर हमला किया। एफबीआई मामले की जांच कर रही है, और हमलावर का मकसद अभी तक स्पष्ट नहीं है।

व्हाइट हाउस के पास की गोलीबारी (फोटो- सोशल मीडिया)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका में राष्ट्रपति आवास व्हाइट हाउस से कुछ ही दूरी गोलीबारी हुई। इस घटना में कम से कम तीन लोग घायल हुए, जिनमें दो जवान भी शामिल हैं। दोनों जवान वेस्ट वर्जीनिया नेशनल गार्ड के सदस्य थे और देश की राजधानी वॉशिंगटन डीसी में तैनात थे। हमला करने वाली एक संदिग्ध की पहचान अफगानी नागरिक के रूप में हुई है।
दरअसल, व्हाइट हाउस से कुछ ही दूरी पर नेशनल गार्ड के जवान गश्त पर थे, तभी हमलावर एक कोने से आया और उन पर घात लगाकर हमला कर दिया। गोलीबारी के बाद अन्य गार्ड सदस्यों ने संदिग्ध को घेर लिया और गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान 29 वर्षीय रहमानुल्लाह लकनवाल, अफगानी नागरिक के रूप में हुई है। इस संदिग्ध बंदूकधारी ने व्हाइट हाउस से कुछ ही ब्लॉक की दूरी पर वाशिंगटन डीसी में तैनात वेस्ट वर्जीनिया नेशनल गार्ड के दो सदस्यों को एक हिंसात्मक घटना में गोली मार दी थी।
कौन है रहमानुल्लाह?
अमेरिकी मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, रहमानुल्लाह लकनवाल, जिसने "दो नेशनल गार्ड्स को गंभीर रूप से घायल" किया था, अफगानिस्तान से एक प्रवासी है, लकनवाल ऑपरेशन एलाइज वेलकम के तहत अमेरिका में दाखिल हुआ और उन्हें वाशिंगटन के बेलिंगहैम में बसाया गया। जांच से परिचित लोगों ने बताया कि लकनवाल अमेरिका पहुंचने के बाद वाशिंगटन राज्य में रह रहा था।
न्यूयॉर्क पोस्ट ने कानून प्रवर्तन सूत्रों के हवाले से बताया कि लकनवाल ने उत्तर-पश्चिम डीसी में फर्रागुट वेस्ट मेट्रो स्टेशन के पास करीब 2:15 बजे (स्थानीय समय) कोने पर पहुंचने से पहले इंतजार किया, इसके बाद गोलीबारी शुरू कर दी, जिसमें उसने एक महिला गार्ड के सीने में गोली मारी और फिर उसके सिर में गोली मार दी।
गश्त पर थे जवान
बताया जा रहा है कि पागल बंदूकधारी ने दूसरे गार्ड पर भी गोली चलाई - जब तक कि पास में तैनात एक तीसरा गार्ड दौड़कर उस गार्ड को पकड़ नहीं लेता। जब संदिग्ध ने उन पर गोली चलाई, तब दोनों हथियारबंद जवान सड़कों पर गश्त कर रहे थे। अधिकारियों ने बताया कि उन्हें पास के एक अस्पताल ले जाया गया है और उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
क्या था मकसद?
केंद्रीय संघीय जांच एजेंसी FBI के डायरेक्टर काश पटेल और वॉशिंगटन की मेयर म्यूरिल बाउजर ने कहा कि गार्ड के सदस्यों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। बाउजर ने कहा कि नेशनल गार्ड के सदस्यों को निशाना बनाकर गोली मारी गई है। फिलहाल मामले की जांच जारी है। इसके पीछे हमलावरों का मकसद क्या था यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। एनबीसी ने बताया कि एफबीआई इस हमले की जांच आतंकवाद की संभावित कार्रवाई के रूप में कर रही है।
चुकानी होगी भारी कीमत
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप हमला के वक्त थैंक्सगिविंग के लिए फ्लोरिडा में थे। व्हाइट हाउस के पास हुई गोलीबारी को लेकर वो एक्शन में हैं। सोशल मीडिया पर एक बयान में चेतावनी दी कि जिस "जानवर" ने गार्डों को गोली मारी, उसे "बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।"

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।