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    'मैं पूरी जिम्मेदारी लेता हूं', वार प्लान लीक करने पर बोले अमेरिका के NSA; ट्रंप ने कहा- ये मामूली गलती

    दुनिया के सबसे ताकतवर देश की सरकार सिग्नल सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वार प्लान पर चर्चा कर रही थी। उसे यह भी नहीं पता था कि इस ग्रुप में एक पत्रकार भी शामिल है। यमन पर हमले की अत्याधिक संवेदनशील जानकारी पत्रकारों को घंटों पहले ही मिल चुकी थी। अब अमेरिकी एनएसए ने अपनी गलती मानी और पूरी जिम्मेदारी ली।

    By Jagran News Edited By: Ajay Kumar Updated: Wed, 26 Mar 2025 09:36 AM (IST)
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    अमेरिका के एनएसए माइक वाल्ट्ज। ( फोटो- रॉयटर्स )

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। यमन के हूती विद्रोहियों पर हमले का प्लान कुछ घंटे पहले ही डोनाल्ड ट्रंप की कैबिनेट के साथियों ने सोशल मीडिया एप सिग्नल पर गलती से लीक कर दिया था। अब इसकी जिम्मेदारी अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वाल्ट्ज ने ले ली है।

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    दरअसल, हुआ ये था कि अमेरिकी अधिकारियों ने सोशल मीडिया पर एक ग्रुप बनाया। इसमें हूती विद्रोहियों पर हमले का प्लान साझा किया गया। सभी हमले की योजना पर चर्चा करने में जुटे थे। मगर इस ग्रुप में द अटलांटिक पत्रिका के पत्रकार जेफरी गोल्डबर्ग को भी गलती से जोड़ दिया गया था।

    गोल्डबर्ग को हमले की जानकारी इसी ग्रुप से मिली। बाद में उन्होंने इसका खुलासा किया तो पूरे अमेरिका में हड़कंप मच गया और इसे राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी बड़ी लापरवाही माना गया।

    मैंने ही ग्रुप बनाया था: वाल्ट्ज

    अब अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) माइक वाल्ट्ज ने इसकी पूरी जिम्मेदारी ली है। फॉक्स न्यूज की होस्ट लॉरा इंग्राहम से माइक वाल्ट्ज ने कहा कि मैं पूरी जिम्मेदारी लेता हूं। मैंने ही ग्रुप बनाया था। हम यह सुनिश्चित करना चाहते थे कि सबकुछ समन्वित तरीके से हो।

    मैं व्यक्तिगत तौर पर जेफरी गोल्डबर्ग को नहीं जानता हूं। ट्रंप ने माइक वाल्ट्ज का बचाव किया। उन्होंने कहा कि वे अच्छे आदमी हैं। उन्होंने सबक सीख लिया है। ट्रंप ने इस चूक का जिम्मेदार वाल्ट्ज के एक सहयोगी को ठहराया।

    यह मामूली गलती है: डोनाल्ड ट्रंप

    अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने प्रशासन का बचाव किया और कहा कि यह मामूली गलती है। यह मेरे प्रशासन की दो महीनों में हुई पहली गलती है। दूसरी तरफ डेमोक्रेटिक सांसदों ने संवेदनशील जानकारी को लीक करने पर ट्रंप प्रशासन की आलोचना की। ट्रंप ने माइक वाल्ट्ज का समर्थन किया और कहा कि यह गंभीर चूक नहीं थी।

    ग्रुप में जोड़े थे 18 वरिष्ठ अधिकारी

    सोमवार को द अटलांटिक ने एक लेख में इस मामले का खुलासा किया था। जिस ग्रुप में पत्रिका के प्रधान संपादक जेफरी गोल्डबर्ग को जोड़ा गया था, उसमें हमले की योजना पर चर्चा करने वाले 18 वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी शामिल थे।

    गोल्डबर्ग के मुताबिक ग्रुप में शामिल होने का अनुरोध वाल्ट्ज नाम से आया था। पहले उन्हें लगा कि यह कोई फ्रॉड है। मगर बाद में उस ग्रुप में यमन पर हमले का प्लान साझा किया जाने लगा। कुछ घंटों बाद जब यमन में अमेरिकी फौजों ने हमले को अंजाम दिया तो गोल्डबर्ग को यकीन हो गया कि ये तो असली ट्रंप कैबिनेट है। उसने गलती से मुझे भी ग्रुप में जोड़ दिया।

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