'हमारे साथ मिलकर काम करो', भारत से व्यापार के लिए अमेरिका की गुहार; की ये बड़ी अपील
अमेरिकी ऊर्जा विभाग के सचिव क्रिस राइट ने भारत के विदेश मंत्री से मुलाकात की और दोनों देशों के बीच सहयोग पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म करने के लिए अमेरिका अपने सहयोगियों के साथ मिलकर काम कर रहा है। राइट ने भारत से रूस से तेल न खरीदने का आग्रह किया है क्योंकि यह युद्ध को बढ़ावा देता है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका के ऊर्जा विभाग के सचिव क्रिस राइट ने कहा कि उन्होंने भारत के विदेश मंत्री से मुलाकात की और दोनों देशों के बीच सहयोग और भविष्य की दिशा पर बातचीत शुरू की है। उन्होंने कहा कि रूस और यूक्रेन युद्ध को खत्म करने के लिए अमेरिका अपने सहयोगियों के साथ मिलकर नए तरीके ढूंढ रहा है।
क्रिस राइट ने कहा कि राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप भी चाहते हैं कि यह युद्ध जल्द से जल्द खत्म हो, जिससे दुनिया में तनाव कम हो सके। उन्होंने कहा, "मैं ऊर्जा और व्यापार सहयोग के लिए पूरी तरह तैयार हूं। भारत और अमेरिका के बीच उज्जवल भविष्य है, लेकिन हमें मिलकर काम करना होगा ताकि इस युद्ध को खत्म करने के लिए रूस पर ज्यादा दबाव बनाया जा सके।"
'रूस से तेल न खरीदे भारत'
भारत-रूस तेल व्यापार पर बोलते हुए राइट ने कहा कि भारत को रूसी तेल खरीदने की जरूरत नहीं है, क्योंकि दुनिया में कई अन्य देश तेल बेच रहे हैं। उन्होंने कहा, "भारत रूसी तेल इसलिए खरीद रहा ह क्योंकि यह सस्ता है। रूस मजबूरी में इसे छूट पर बेचता है। लेकिन इस तेल को खरीदना उस व्यक्ति को पैसा देना है, जो हर हफ्ते हजारों लोगों की हत्या कर रहा है।"
#WATCH | Secretary for the US Department of Energy, Chris Wright says, "I met the Indian foreign minister on the inauguration night and began a dialogue about cooperation and the future pathway between our countries. Russia trying to find peace in Ukraine is a sticky thing. We… pic.twitter.com/QGtUEB8RiM
— ANI (@ANI) September 24, 2025
राइट ने कहा कि अमेरिका चाहता है कि भारत रूस से तेल न खरीदे और बाकी देशों से तेल खरीदे। अमेरिका खुद भी तेल बेच सकता है। उनका कहना है कि भारत को सस्ता तेल चुनने की बजाय युद्ध खत्म करने के प्रयासों में साथ देना चाहिए।
भारत से व्यापार के लिए इच्छुक अमेरिका
क्रिस राइट ने साफ किया कि अमेरिक भारत को सजा नहीं देना चाहता। बल्कि अमेरिका चाहता है कि युद्ध खत्म हो और भारत-अमेरिका के रिश्ते और मजबूत बने। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि भारत हमारे साथ मिलकर काम करे। हमें भारत के साथ ऊर्जा और व्यापार में बड़ा भविष्य दिखाई देता है।
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