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    रडार को चकमा देने से लेकर सटीक हमले तक... ये है अमेरिकी बी-2 बॉम्बर्स की खासियत, जिसने ईरान में मचाई तबाही

    B-2 स्टील्थ को दुनिया के सबसे घातक बॉम्‍बर माना जाता है। यह बमवर्षक विमान एक साथ 16 परमाणु बम ले जा सकता है। यही नहीं यह दुश्‍मन के हवाई रक्षा कवच को चकमा देकर आसानी से उसके इलाके में घुस सकता है।

    By Sakshi Pandey Edited By: Sakshi Pandey Updated: Sun, 22 Jun 2025 04:10 PM (IST)
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    अमेरिकी बी-2 स्टील्थ बॉम्बर ने ईरान में बरपाया कहर (फाइल फोटो)

    जेएनएन, डिजिटल डेस्क। इजरायल और ईरान के बीच छिड़ी जंग में अब अमेरिका भी शामिल हो गया है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा करते हुए कहा कि शनिवार (21 जून, 2025) को अमेरिका ने ईरान की न्यूक्लियर साइट्स पर हमला किया। इस हमले में बी-2 स्टील्थ बॉम्बर्स का इस्तेमाल किया गया। हालांकि अमेरिका के राष्ट्रपति ने इस बात की पुष्टि नहीं की बॉम्बर्स का इस्तेमाल किया गया था या नहीं।

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    उन्होंने ट्रुथ सोशल पर पोस्ट करते हुए कहा, "हमने ईरान में तीन परमाणु ठिकानों पर अपना बहुत सफल हमला पूरा कर लिया है, जिसमें फोर्डो, नतांज और इस्फहान शामिल हैं। सभी विमान अब ईरान के हवाई क्षेत्र से बाहर हैं। प्राथमिक स्थल, फोर्डो पर बमों का पूरा पेलोड गिराया गया। सभी विमान सुरक्षित रूप से अपने घर की ओर जा रहे हैं। हमारे महान अमेरिकी योद्धाओं को बधाई। दुनिया में कोई दूसरी सेना नहीं है जो ऐसा कर सकती थी। अब शांति का समय है! इस मामले पर आपका ध्यान देने के लिए धन्यवाद।"

    कितने बंकर बस्टर्स ले जा सकता है बी-2 बॉम्बर्स?

    • अमेरिका का ये घातक एयरक्राफ्ट दो जीबीयू-57 मैसिव ऑर्डेनेंस पेनेट्रेटर (एमओपी) बम ले जा सकता है। इसमें से हर एक का वजन लगभग 30 हजार पाउंड (15 टन) है।
    • एमओपी को फोर्डो न्यूक्लियर फैसिलिटी जैसे गहरे दबे हुए टारगेटों को निशाना बनाने के लिए डिजायन किया गया है।
    • भले ही ये दो एमओबी बम ले जा सकता हो लेकिन जरूरत पड़ने पर दूसरी युद्ध सामग्री भी ले जा सकता है।
    • जीबीयू-57 200 फीट जमीन के अंदर या 60 फीट कंक्रीट तक घुसकर वार कर सकता है।

    क्या बी-2 को डिटेक्ट किया जा सकता है?

    बी-2 को इस तरह से डिजायन किया गया है कि किसी भी रडार सिस्टम के लिए इसका पता लगाना नामुमकिन हो जाता है।इसका फ्लाइंग विंग वाली डिजायन, रडार एब्जॉर्बेंट मैटेरियल और कम इन्फ्रारेड सिग्नेचर से लगभग 0.001 वर्ग मीटर का रडार क्रॉस-सेक्शन मिलने से ये छोटे से पक्षी बराबर लगता है।

     

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    बी-2 बॉम्बर्स ने तबाह किए ईरान के न्यूक्लियर ठिकाने (फाइल फोटो)

    कितनी है इसकी पेलोड क्षमता?

    • बी-2 की कुल पेलोड क्षमता 40,000 पाउंड (20 टन) है।
    • ये दो जीबीयू-57 एमओपी, एमके 82 बम, 16 जेडीएएम या 16 न्यूक्लियर बी61/बी83 बम भी अपने साथ ले जा सकता है।
    • ये दुनिया का सबसे महंगा सैन्य विमान है, जिसकी कीमत लगभग 2 मिलियन डॉलर है।
    • ये 11 हजार किलोमीटर तक बिना रुके उड़ सकता है।

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