'कश्मीर के मामले में दखल देने में कोई दिलचस्पी नहीं', ट्रंप के रुख के विपरीत इस अमेरिकी अधिकारी ने दिया बयान
अमेरिकी विदेश विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि कश्मीर भारत और पाकिस्तान के बीच का मामला है और अमेरिका इसमें हस्तक्षेप नहीं करेगा। अधिकारी ने यह भी कहा कि अगर सहयोग मांगा जाता है तो अमेरिका मदद के लिए तैयार है। ऊर्जा मंत्री क्रिस राइट ने भारत से रूस से तेल आयात पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिकी विदेश विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि कश्मीर सीधे तौर पर भारत और पाकिस्तान के बीच का मुद्दा है और अमेरिका की इस मामले में दखल देने में कोई रुचि नहीं है।
अमेरिकी अधिकारी का यह रुख राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के विपरीत है जिन्होंने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने संबोधन में फिर दावा किया था कि उन्होंने ही भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष रुकवाया था।
'भारत-पाकिस्तान के बीच दखल देने में नहीं कोई रुचि'
विदेश विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को कहा, कश्मीर को भारत और पाकिस्तान के बीच का मुद्दा मानने की यह अमेरिका की दीर्घकालिक नीति है। लेकिन अमेरिका से अगर किसी मुद्दे पर सहयोग मांगा जाता है तो वह मदद के लिए तैयार है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, 'राष्ट्रपति ट्रंप के समक्ष काफी मसले हैं और हम इसे (कश्मीर मुद्दे को) भारत और पाकिस्तान पर छोड़ रहे हैं। हमें भारत और पाकिस्तान के बीच दखल देने में कोई रुचि नहीं है।'
भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष रुकवाने के ट्रंप के दावे पर उक्त अधिकारी ने कहा, ''यह सच है कि अमेरिका उसमें शामिल था और निश्चित रूप से संघर्ष विराम कराने में मदद की थी।'' भारत कहता रहा है कि वह आतंकवाद समेत सभी मुद्दों पर पाकिस्तान के साथ बातचीत में किसी तीसरे पक्ष को शामिल नहीं करना चाहता।
भारत दुनिया के किसी भी देश से तेल खरीदे, रूस से नहीं
अमेरिका के ऊर्जा मंत्री क्रिस राइट ने भारत से रूस से तेल आयात पर पुनर्विचार करने का आह्वान किया है। उन्होंने एक प्रेस वार्ता में कहा, ''भारत को रूसी तेल खरीदने की जरूरत नहीं है। इस खरीद से उस व्यक्ति को पैसा पहुंच रहा है जो हर हफ्ते हजारों लोगों की हत्या कर रहा है। हम चाहते हैं कि भारत हमारे साथ मिलकर (तेल) खरीदे। आप रूसी तेल को छोड़कर दुनिया के हर देश से तेल खरीद सकते हैं। अमेरिका के पास बेचने के लिए तेल है और बाकी सभी के पास भी। हम भारत को दंडित नहीं करना चाहते। हम युद्ध खत्म करना चाहते हैं और हम भारत के साथ अपने रिश्ते बढ़ाना चाहते हैं। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का सबसे बड़ा जुनून विश्व शांति है।''
उन्होंने कहा कि अमेरिका, भारत के साथ ऊर्जा सहयोग का विस्तार करना चाहता है, जिसमें प्राकृतिक गैस, कोयला, परमाणु ऊर्जा और खाना पकाने के स्वच्छ ईंधन शामिल हैं। भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र, अमेरिका का शानदार सहयोगी, तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था और एक गतिशील समाज है, जिसकी ऊर्जा की मांग तेजी से बढ़ रही है क्योंकि लोग अपनी समृद्धि और अवसरों को बढ़ा रहे हैं।
राइट ने कहा, 'मैं भारत का बहुत बड़ा प्रशंसक हूं। हम भारत से प्यार करते हैं। हम भारत के साथ और अधिक ऊर्जा व्यापार और अधिक बातचीत की आशा करते हैं।'
(न्यूज एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)
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