तेल-मक्के के खेल में फंस गए ट्रंप... अमेरिका भारत के खिलाफ कैसे कर रहा टैरिफ का इस्तेमाल?
भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते पर चर्चा से पहले अमेरिका के कॉमर्स सेक्रेटरी हॉवर्ड लुटनिक ने भारत पर मक्का खरीदने के लिए दबाव बनाया है। उन्होंने कहा कि अगर भारत अमेरिकी मक्का नहीं खरीदता है तो उसे मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। लुटनिक ने भारत पर टैरिफ कम करने का भी दबाव डाला और व्यापार संबंधों को एकतरफा बताया।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत और अमेरिका के बीच मंगलवार को ट्रेड डील पर चर्चा होनी है। लेकिन उससे पहले अमेरिका की तरफ से भारत पर दबाव बनाने का कोई मौका नहीं छोड़ा जा रहा। अमेरिका के कॉमर्स सेक्रेटरी हॉवर्ड लुटनिक ने यहां तक कह दिया है कि अगर भारत अमेरिका में उगाए जाने वाले मक्के को खरीदने से इनकार करता है, तो उसके लिए परेशानी हो सकती है।
दरअसल अमेरिका और चीन में जारी तनाव के बाद ड्रैगन ने अमेरिकी फसलों के ऑर्डर में भयंकर कमी कर दी है। स्थिति ऐसी है कि अमेरिकी किसान इस वक्त कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं और कई किसानों ने दिवालियापन दाखिल किया है। पिछले 5 साल में यह आंकड़ा अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है।
मक्का खरीदने के लिए बनाया दबाव
यही वजह है कि अमेरिका ने भारत पर मक्का खरीदने के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया है। मंगलवार को साउथ और सेंट्रल एशिया के असिस्टेंट यूएस ट्रेड रिप्रजेंटेटिव ब्रेंडन लिंच भारत पहुंच रहे हैं। वह अपने भारतीय समकक्ष के साथ व्यापार समझौते पर चर्चा करेंगे। लेकिन उससे पहले लुटनिक का ये बयान दोनों देशों के बीच के तनाव को और बढ़ाने वाला है।
एक्सियोस को दिए एक इंटरव्यू में लुटनिक ने कहा कि अगर भारत अपने टैरिफ को कम नहीं किया, तो उसे कठिन समय का सामना करना पड़ सकता है। लुटनिक ने भारत और अमेरिका के संबंधों को एकतरफा बताया और कहा कि भारत हमें सामान बेचता है और हमारा फायदा उठाता है। रूसी तेल से लेकर मक्के तक, अमेरिका भारत पर दबाव बनाने का कोई मौका नहीं छोड़ रहा।
लुटनिक ने कहा, 'भारत शेखी बघारता है कि हमारे पास 1.4 अरब लोग हैं। क्या 1.4 अरब लोग एक बुशल अमेरिकी मक्का नहीं खरीद सकते।' बता दें कि बुशल 35.2 लीटर के लगभग क्षमता वाला एक अमेरिकी माप है, जिसे सूखे माल के लिए प्रयोग में लाया जाता है। लुटनिक ने कहा कि भारत हमें सब कुछ बेचता है, हर चीज पर टैरिफ लगाता है, लेकिन हमारा मक्का नहीं खरीदता।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।