Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    'अभी टैरिफ लगे सिर्फ 8 घंटे हुए हैं', भारत के पलटवार पर ट्रंप का जवाब; बोले- अभी कई प्रतिबंध देखने को मिलेंगे

    By Agency Edited By: Jeet Kumar
    Updated: Thu, 07 Aug 2025 07:06 AM (IST)

    भारतीय वस्तुओं पर 25 प्रतिशत का शुल्क लगाने की घोषणा ट्रंप पहले ही कर चुके हैं जो सात अगस्त से प्रभावी हो जाएगा। जबकि ताजा घोषणा के बाद 27 अगस्त से भारत से अमेरिका निर्यात होने वाली वस्तुओं पर 50 प्रतिशत शुल्क लगेगा। ट्रंप ने कहा कि अभी तो सिर्फ 8 घंटे ही हुए हैं। देखते हैं क्या होता है। आपको और भी बहुत कुछ देखने को मिलेगा।

    Hero Image
    भारत के पलटवार पर ट्रंप का जबाव; बोले- अभी कई अतिरिक्त प्रतिबंध देखने को मिलेंगे (फोटो- एक्स)

     एएनआई, नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी धमकी पर अमल करते हुए बुधवार को भारतीय वस्तुओं के अमेरिका में प्रवेश पर 25 प्रतिशत का अतिरिक्त शुल्क लगा दिया। यह पूछे जाने पर कि, 'भारतीय अधिकारियों ने कहा है कि चीन जैसे अन्य देश भी रूसी तेल खरीद रहे हैं। आप इन अतिरिक्त प्रतिबंधों के लिए भारत को ही क्यों जिम्मेदार ठहरा रहे हैं?'

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इस पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अभी तो सिर्फ 8 घंटे ही हुए हैं। देखते हैं क्या होता है। आपको और भी बहुत कुछ देखने को मिलेगा... आपको कई अतिरिक्त प्रतिबंध देखने को मिलेंगे।

    चीन पर अधिक शुल्क लगाने की कोई योजना है- ट्रंप से पूछा

    यह पूछे जाने पर कि, 'भारतीय दंडों के बारे में, क्या चीन पर और अधिक शुल्क लगाने की आपकी कोई योजना है?', अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि हो सकता है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि हम कैसे करते हैं। हो सकता है।

    अमेरिका निर्यात होने वाली वस्तुओं पर 50 प्रतिशत शुल्क लगेगा

    भारतीय वस्तुओं पर 25 प्रतिशत का शुल्क लगाने की घोषणा ट्रंप पहले ही कर चुके हैं जो सात अगस्त से प्रभावी हो जाएगा। जबकि ताजा घोषणा के बाद 27 अगस्त से भारत से अमेरिका निर्यात होने वाली वस्तुओं पर 50 प्रतिशत शुल्क लगेगा।

    अमेरिका के पारस्परिक शुल्क की घोषणा से पहले जो शुल्क भारतीय वस्तुओं पर लागू हो रहा था, उसे भी जोड़ा जाएगा। हालांकि दवा और इलेक्ट्रानिक्स खासकर स्मार्टफोन को पहले की तरह इस शुल्क के दायरे से बाहर रखा गया है। इन वस्तुओं पर इस वर्ष अप्रैल से पहले वाले शुल्क मान्य होंगे।

    अमेरिका ने चीन पर 30 प्रतिशत और तुर्किये पर 15 प्रतिशत शुल्क लगाया

    सबसे बड़ी बात है कि वर्ष 2024 में चीन ने रूस से 62 अरब डॉलर के तेल की खरीदारी की, जबकि भारत की यह खरीदारी 52 अरब डॉलर की थी। फिर भी ट्रंप अब चीन की जगह भारत को निशाना बना रहे हैं। अमेरिका ने चीन पर 30 प्रतिशत और तुर्किये पर 15 प्रतिशत शुल्क लगाया है।

    विदेश मंत्रालय ने जवाबी कार्रवाई के दिए संकेत

    ट्रंप प्रशासन की इस नई घोषणा पर विदेश मंत्रालय ने न सिर्फ कड़ा प्रतिरोध व्यक्त किया है बल्कि अमेरिका पर जवाबी कार्रवाई का संकेत भी दिया है।

    विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, 'हाल के दिनों में अमेरिका ने रूस से तेल आयात करने पर निशाना बनाया है। इस बारे में हमने अपनी स्थिति पहले ही स्पष्ट कर दी है। हम अपने बाजार के हालात और अपनी 1.4 अरब जनता की ऊर्जा सुरक्षा के हिसाब से फैसला करते हैं।

    आगे कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि अमेरिका ने भारत पर ऐसे काम के लिए अतिरिक्त शुल्क लगाने का फैसला किया है, जैसे काम दूसरे अन्य देश भी अपनी राष्ट्रीय हितों के लिए कर रहे हैं। हम मानते हैं कि यह कदम असंगत, अनुचित और अन्यायपूर्ण है। भारत अपने हितों की रक्षा करने के लिए हर आवश्यक कार्रवाई करेगा।'

    भारत हो जाएगा प्रतिस्पर्धा से बाहर

    भारतीय फुटवियर पर इस वर्ष अप्रैल से पहले आठ प्रतिशत का शुल्क लगता था, अब अमेरिका को होने वाले फुटवियर के निर्यात पर 50 और आठ यानी कि 58 प्रतिशत का शुल्क लगेगा। निर्यातकों का कहना है कि अब अमेरिका के बाजार में प्रतिद्वंद्वी देश का मुकाबला करना काफी मुश्किल हो जाएगा।

    कारण यह है कि अमेरिका को निर्यात करने वाले देशों में ब्राजील को छोड़कर किसी भी अन्य देश पर 50 प्रतिशत का शुल्क नहीं लगाया गया है। यहां तक कि गत मई-जून तक चीन को लगातार भला-बुरा कहने वाले ट्रंप ने चीन पर 30 प्रतिशत का ही शुल्क लगा रखा है और अब अमेरिका चीन के साथ व्यापारिक समझौते की बात भी कर रहा है।

    फुटवियर, खिलौने, जेम्स व ज्वैलरी जैसे क्षेत्र होंगे प्रभावित

    चीन के मुकाबले 20 प्रतिशत अधिक शुल्क की वजह से अमेरिका के खरीदार अब फिर से चीन को आर्डर देने लगेंगे। पिछले तीन महीनों से भारत पर मात्र 10 प्रतिशत का शुल्क लग रहा था जिससे अमेरिकी खरीदार अपैरल, टेक्सटाइल, लेदर व फुटवियर, खिलौने, जेम्स व ज्वैलरी, केमिकल्स, इलेक्ट्रानिक्स जैसे सेक्टर में चीन की जगह भारत से खरीदारी करना पसंद कर रहे थे।

    भारत ने अमेरिका में 88 अरब डॉलर का निर्यात किया था

    यही वजह है कि इस वर्ष अप्रैल-जून में अमेरिका होने वाले भारतीय निर्यात में पिछले वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 22 प्रतिशत का इजाफा हुआ। भारत ने पिछले वित्त वर्ष 2024-25 में अमेरिका में 88 अरब डॉलर का निर्यात किया था।

    यह भी पढ़ें- ट्रंप की टैरिफ धमकियों खिलाफ एकसुर हुए सत्ताधारी और विपक्षी दल, अमेरिका पर जमकर बोला हमला