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    चीन के नए वायरस से अमेरिका सतर्क, सीनेटर्स ने राष्ट्रपति बाइडन से की खास अपील; कहा- 'नहीं करना चाहिए इंतजार...'

    अमेरिकी सीनेटर्स ने राष्ट्रपति जो बाइडन से मांग की है कि चीन और अमेरिका के बीच यात्रा पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए। दरअसल चीन में फैल रही रहस्यमयी बीमारी के कारण इस आग्रह के साथ पत्र लिखा गया है। उन्होंने कहा कि जब तक चीन नई बीमारी के खतरों के बारे में ज्यादा जानकारी हासिल न कर ले तब तक हमें तुरंत अमेरिका-चीन के बीच यात्रा को प्रतिबंधित करना चाहिए।

    By AgencyEdited By: Shalini KumariUpdated: Sat, 02 Dec 2023 10:05 AM (IST)
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    जो बाइडन को पत्र लिखकर अमेरिकी सीनेटर्स ने की मांग

    रायटर्स, वाशिंगटन। चीन में इन दिनों तेजी से एक रहस्यमयी बीमारी फैल रही है, जिसको लेकर कई देश  काफी परेशान नजर आ रहे हैं। इसी बीच, अमेरिकी सीनेटर्स ने राष्ट्रपति जो बाइडन से यूएस-चीन के बीच यात्रा प्रतिबंध लगाने की मांग की है। मार्को रुबियो के नेतृत्व में पांच रिपब्लिकन सीनेटर्स ने शुक्रवार को राष्ट्रपति बाइडन के प्रशासन को एक पत्र लिखकर आग्रह किया है।

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    अमेरिका-चीन यात्रा पर प्रतिबंध की मांग

    रिपब्लिकन सीनेटर्स के एक समूह ने मार्को रुबियो के नेतृत्व में राष्ट्रपति बाइडेन को लिखे पत्र में कहा कि जब तक एशियाई देश में तेजी से फैल रही सांस की बीमारी (China Pneumonia) के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं मिल जाती, तब तक अमेरिका और चीन के बीच यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया जाए। उन्होंने लिखा, "हमें संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन के बीच यात्रा को तुरंत प्रतिबंधित करना चाहिए, जब तक कि हम इस नई बीमारी से उत्पन्न खतरों के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं मिल जाती है।"

    दरअसल, मामलों में वृद्धि पिछले सप्ताह एक वैश्विक मुद्दा बन गई थी, जब विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने उभरते रोग को लेकर चीन से एक विस्तृत रिपोर्ट मांगी थी।

    चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का पुराना रिकॉर्ड बेहद खराब

    सीनेटर रुबियो, जेडी वेंस, रिक स्कॉट, टॉमी ट्यूबरविले, और माइक ब्रौन ने चिट्ठी में लिखा,"चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) का सार्वजनिक स्वास्थ्य संकटों के बारे में झूठ बोलने का एक पुराना इतिहास रहा है। कोविड-19 महामारी के दौरान, सीसीपी की सच्चाई को छुपाने और पारदर्शिता की कमी की वजह से अमेरिका को बीमारी के बारे में पता ही नहीं चल सका था।"

    'हमें इंतजार नहीं करना चाहिए'

    पूरे कोविड महामारी के दौरान, WHO ने चीनी अधिकारियों द्वारा महामारी से निपटने में सहयोग की कमी के बारे में बार-बार चिंता जाहिर की। सीनेटर्स ने कहा, "सीसीपी के ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए हमें WHO की कार्रवाई का इंतजार नहीं करना चाहिए। हमें अमेरिकियों के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए। ऐसे में जब तक चीन इस नई बीमारी के खतरों के बारे में ज्यादा जानकारी हासिल न कर लें, तब तक हमें अमेरिका-चीन के बीच यात्रा पर प्रतिबंध लगाना चाहिए, ताकि आगे चलकर देश को अनगिनत मौतों और लॉकडाउन जैसी परिस्थिति का सामना न करना पड़ें।"

    बाइडन प्रशासन ने चिट्ठी का दिया जवाब

    बाइडन प्रशासन के एक अधिकारी ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका ने बारीकी से चीन में फैले रहस्यमयी बीमारी पर नजर रखी है, लेकिन यह एक मौसमी बीमारी की तरह लग रहा है। उन्होंने कहा, "हम इसमें मौसमी रुझान देख रहे हैं। कुछ भी सामान्य से अलग नहीं दिख रहा है। इस समय, ऐसा कोई संकेत नहीं दिख रहा है, जिसमें अमेरिकी आपातकालीन विभागों में भर्ती लोगों और चीन में फैली श्वसन बीमारी वालों लोगों में कोई मेल हो।"

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    हवाई यात्राओं में तेजी

    दरअसल, हाल के महीनों में, संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन लगातार देशों के बीच उड़ानें बढ़ा रहे हैं। हालांकि, 2019 के मुकाबले यह अभी भी काफी कम है। अगस्त तक सभी देशों के लिए प्रति सप्ताह केवल 12 उड़ानें थी,  लेकिन 9 नवंबर के बाद से प्रति सप्ताह 35 उड़ानें निर्धारित की गई हैं।

    डोनाल्ड ट्रंप ने लिया था फैसला

    जनवरी 2020 में, तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल ही में चीन में रहने वाले अधिकांश गैर-अमेरिकी नागरिकों को COVID चिंताओं के कारण संयुक्त राज्य में प्रवेश करने से रोक दिया था, लेकिन दोनों देशों के बीच उड़ानों को प्रतिबंधित नहीं किया था। हालांकि, अमेरिकी सीनेटरों ने तर्क देते हुए कहा कि यात्रा पर प्रतिबंध का फैसला सही था। 

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