Gun Culture से परेशान हो चुका अमेरिका, इन 5 गोलीबारी की घटनाओं ने 'सुपरपावर' देश की उड़ाई थी नींद
US Mass Shooting अमेरिका में 24 घंटे के अंदर तीने बड़े हमले हुए। अब न्यूयॉर्क के क्वींस में एक नाइट क्लब में एक हमलावर ने अंधाधुंध गोलीबारी की। अमेरिका आज के समय गन कल्चर से परेशान है। गन कल्चर के खिलाफ न तो बाइडन प्रशासन कोई ठोस कदम उठा सकी न ट्रंप कुछ कर सकते हैं। आइए पढ़ते हैं कि आखिर ऐसा क्यों है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। US Mass Shooting। गोलीबारी की घटना ने एक बार फिर अमेरिका को दहला कर रख दिया। न्यूयॉक के नाइट क्लब में 1 जनवरी की आधी रात हमलावर ने 11 लोगों की जान ले ली। स्कूल, होटल से लेकर घरों तक, अमेरिका में गोलीबारी की घटना एक सामान्य सी बात बन गई है।
गन कल्चर से परेशान है अमेरिका
खुद को दुनिया का सबसे तातकवर देश कहने वाला अमेरिका आज के समय 'गन कल्चर' से परेशान है। 'गन कल्चर' के खिलाफ न तो बाइडन प्रशासन कोई ठोस कदम उठा सकी न ट्रंप कुछ कर सकते हैं। अमेरिका की जनसंख्या लगभग 33 करोड़ है लेकिन वहां, हथियारों की संख्या 40 करोड़ तक पहुंच गई है।
आखिर ऐसा क्यों है कि अमेरिका में बंदूक खरीदना कुछ उतना ही आसान जितना ग्रोसरी स्टोर में जाकर कोई सामान खरीदना।
गन कल्चर के पीछे हो रही राजनीति
इसका सीधा जवाब ये है कि ये अमेरिका के लिए एक राजनीतिक मुद्दा है। एक तरफ ऐसे लोग हैं जो हथियार पर रोक लगाने की बात कर रहे हैं, दूसरी तरफ ऐसे लोग हैं जो अपने साथ हथियार रखना चाहते हैं। दरअसल, वहां डेमोक्रेटिक पार्टी के समर्थक Gun Culture को सख़्त किए जाने की हिमायत करते हैं, लेकिन रिपब्लिकन पार्टी के समर्थक इसके खिलाफ हैं।
गन कल्चर को बढ़ावा देने में NRA का रहा अहम रोल
असल में अमेरिका में बंदूकों का समर्थन करनेवाली एक बड़ी लॉबी है, जिसका नाम है -नेशनल राइफल एसोसिएशन (एनआरए)।
इस लॉबी के पास इतना पैसा है, जिसके ज़रिये वे अमेरिकी संसद के सदस्यों को आसानी से प्रभावित कर लेते हैं, शायद यही वजह है कि पिछले कई चुनावों में, NRA और उसके जैसे अन्य संगठनों ने बंदुकों पर समर्थन करने वाले नेताओं पर जमकर पैसे लुटाए।
अमेरिका में कितना आसान है बंदूक खरीदना?
तो इसका जवाब है कि अमेरिका में हर वीकेंड पर बंदूकों की प्रदर्शनी लगती है. वॉलमार्ट जैसी बड़ी कंपनियों के आउटलेट से लेकर छोटी दुकानों पर भी बंदूकें मिल जाती हैं. यही वजह है कि पिछले 50 सालों में 15 लाख से ज्यादा लोग बंदूक से हुए हमलों में अपनी जान गंवा चुके हैं
खरीदने के लिए न्यूनतम उम्र सीमा 18 साल है और बाकी के हथिारों के लिए 21 साल है. जैसे सिमकार्ड खरीदे जाते हैं, ठीक वैसे ही अपना आईडी कार्ड दिखाकर, फॉर्म भरकर बंदूकें खरीदी जा सकती हैं।
इन पांच गोलीबारी की घटना ने अमेरिका को हिला कर रख दिया।
2017, लास वेगास
1 अक्टूबर 2017 को लास वेगास म्यूजिक कंसर्ट में गोलीबारी हुई थी। इस घटना में कम से कम 59 लोगों की मौत हो गई और 530 व्यक्ति घायल हो गए थे।
यह घटना आधुनिक अमेरिकी इतिहास की सबसे बड़ी गोलीबारी की घटना थी। कंसर्ट के दौरान 64 वर्षीय नेवादा निवासी स्टीफन पैडॉक नामक बंदूकधारी ने लोगों पर अंधाधुंध गोली चलाना शुरू कर दिया। था। बे होटल की 32वीं मंजिल पर यह घटना घटी थी। जैसे ही पुलिस ने स्टीफन पैडॉक को पकड़ा, वैसे ही उसने खुद को गोली मार ली।
2016, ऑरलैंडो, फ्लोरिडा
इससे पहले जून 2016 में ओरलैंडो के एक नाइट क्लब में गोलीबारी हुई थी। इस घटना में 50 लोगों की मौत हो गई थी। जब नाइट क्लब में जुटे लोगों की मस्ती में झूम रहे थे तो उसी दौरान, उमर मतीन अपने हाथ में AR15 लिए क्लब में घुसा और धुआंधार 50 राउंड से भी ज्यादा फायरिंग करता रहा। उसके बंदूक से निकली हर गोली वहां मौजूद किसी न किसी शख्स के शरीर को छलनी करती गई।
2012, , कनेक्टिकट
न्यूटाउन, कनेक्टिकट के सैंडी हुक एलीमेंट्री स्कूल में साल 2012 में गोलीबार की घटना सामने आई थी। इस घटना में 26 लोगों की मौत हो गई थी। जान गंवाने वाले ज्यादातर बच्चे थे।
16 अप्रैल 2007 , वर्जीनिया
23 वर्षीय छात्र सुंग-हुई चो ने वर्जीनिया टेक के परिसर में दाखिल होते हुए ताबड़तोड़ गोलीबारी शुरू कर दी। इस घटना में 32 लोगों की जान चली गई। वहीं, 17 लोग घायल हो गए। गोलीबारी के बाद सुंग-हुई चो ने खुद को गोली मार ली।
1991, टेक्सास
साल 1991 में टेक्सास में गोलीबारी की घटना में 23 लोगों की मौत हो गई थी। 35 वर्षीय जॉर्ज हेनार्ड एक बैक्टीरिया में दाखिल हुआ और अंधाधुंध गोलियां चलाई। उसने कई बार बंदूक को गोलियों से लोड किए और मैगजीन खाली की। लोगों की बेरहमी से कत्ल करने के बाद उसने खुद को भी गोली मार ली।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।