वीजा रिजेक्ट हुआ तो भड़क गईं ये भारतवंशी नेता, बोलीं- 'मैं मोदी सरकार की रिजेक्ट लिस्ट में...'
अमेरिका में भारतीय दूतावास ने बताया कि दफ्तर बंद होने के बाद कुछ लोग दूतावास के भीतर घुस आए और वापस जाने से इनकार करने लगे जिसके बाद लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति पैदा हो गई। इस घटना का जिक्र करते हुए भारतवंशी अमेरिकी नेता क्षमा सावंत ने कहा कि दूतावास ने उन्हें वीजा देने से इनकार कर दिया था इसलिए वह वहां गईं थीं।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका के सिएटल में भारतीय वाणिज्य दूतावास को भारतीय-अमेरिकी राजनीतिज्ञ क्षमा सावंत को इमरजेंसी वीजा देने से इनकार करने के बाद हंगामा हो गया।
अमेरिका में स्थित भारतीय दूतावास ने बताया कि दूतावास के दफ्तर बंद होने के बावजूद कुछ लोग जबरन भीतर घुस आए जिसकी वजह से लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति पैदा हो गई थी।
दूतावास ने कहा कि उसे संबंधित स्थानीय अधिकारियों को बुलाने के लिए मजबूर होना पड़ा क्योंकि "कुछ व्यक्तियों" ने दफ्तर समय के बाद बिना अनुमति के वाणिज्य दूतावास परिसर में दाखिल होने की कोशिश की और बाहर निकलने से इनकार कर दिया।
दूतावास ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "आज, वाणिज्य दूतावास को दफ्तर समय के बाद वाणिज्य दूतावास परिसर में कुछ व्यक्तियों के अनधिकृत प्रवेश से पैदा हुई कानून और व्यवस्था की स्थिति से निपटने के लिए मजबूर होना पड़ा। बार-बार गुजारिश के बावजूद, इन व्यक्तियों ने वाणिज्य दूतावास परिसर छोड़ने से इनकार कर दिया और वाणिज्य दूतावास के कर्मचारियों के साथ आक्रामक और धमकी भरा व्यवहार किया।"
Today, the Consulate was forced to deal with a law and order situation arising from the unauthorized entry by certain individuals into the Consulate premises after office hours.
— India In Seattle (@IndiainSeattle) February 7, 2025
Despite repeated requests, these individuals refused to leave the Consulate premises and engaged in…
भारतीय-अमेरिकी राजनीतिज्ञ क्षमा सावंत लगाए आरोप
भारतीय दूतावास ने इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी है कि दूतावास में घुसने वाले लोग कौन थे, लेकिन भारतीय-अमेरिकी राजनीतिज्ञ और सिएटल की पूर्व नगर परिषद सदस्य क्षमा सावंत ने इस घटना का जिक्र करते हुए लिखा कि उन्होंने वर्कर्स स्ट्राइक बैक के सदस्यों के साथ भारतीय वाणिज्य दूतावास पर "शांतिपूर्ण तरीके से गुजारिश" की और इस बात का स्पष्टीकरण मांगा कि उनका वीजा रिक्वेस्ट तीन बार क्यों खारिज कर दिया गया।
सावंत ने आरोप लगाया कि उन्हें वीजा देने से इसलिए मना कर दिया गया क्योंकि उनका नाम "रिजेक्ट लिस्ट" में था। उनका कहना है कि वह बेंगलुरु में अपनी बीमार मां से मिलने के लिए वीजा चाहतीं हैं, लेकिन तीन बार अनुरोध खारिज कर दिया गया।
दूतावास की घटना की बताई 'इनसाइड स्टोरी'
क्षमा सावंत ने गुरुवार को दूतावास के भीतर से एक्स पर एक पोस्ट लिखा, "मैं और मेरे पति सिएटल भारतीय वाणिज्य दूतावास में हैं। उन्होंने मेरी माँ के बहुत बीमार होने के कारण उसे आपातकालीन वीज़ा दे दिया। लेकिन मेरा वीज़ा अस्वीकार कर दिया, सचमुच यह कहते हुए कि मेरा नाम "रिजेक्ट लिस्ट" में है। और इसका कारण बताने से इनकार कर दिया। हम जाने से इनकार कर रहे हैं। वे हम पर पुलिस बुलाने की धमकी दे रहे हैं।"
उन्होंने एक दूसरे पोस्ट में लिखा, "एक वाणिज्य दूतावास अधिकारी ने कहा कि मुझे वीजा देने से मना किया जा रहा है क्योंकि मैं मोदी सरकार की "रिजेक्ट लिस्ट" में हूं। यह साफ है कि क्यों। मेरे समाजवादी नगर परिषद कार्यालय ने मोदी के मुस्लिम विरोधी, गरीब विरोधी सीएए-एनआरसी नागरिकता कानून की निंदा करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया था। हमने जातिगत भेदभाव पर ऐतिहासिक प्रतिबंध भी लगाया है।"
A Consular officer said I'm being denied a visa coz I'm on Modi govt's "reject list."
— Kshama Sawant (@cmkshama) February 7, 2025
It's clear why.
My socialist City Council office passed a resolution condemning Modi's anti-Muslim anti-poor CAA-NRC citizenship law. We also won a historic ban on caste discrimination.…
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