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    उल्टी पड़ी ट्रंप की चाल, आव्रजन संबंधी सख्त नीतियों के एक साल बाद खुद अधर में है अमेरिका; नहीं मिल रहे डॉक्टर

    Updated: Wed, 31 Dec 2025 11:55 PM (IST)

    राष्ट्रपति ट्रंप की सख्त आव्रजन नीतियों के एक साल बाद अमेरिका स्वयं अधर में है। निर्माण कंपनियों को बढ़ई नहीं मिल रहे, अस्पतालों में डॉक्टर-नर्सों की ...और पढ़ें

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     राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप। (फाइल)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप की आव्रजन संबंधी सख्त नीतियों के लगभग एक साल बाद अमेरिका स्वयं अधर में फंसा हुआ प्रतीत हो रहा है। लुइसियाना की निर्माण कंपनियां बढ़ई ढूंढने के लिए संघर्ष कर रही हैं। वेस्ट वर्जीनिया के अस्पतालों को विदेशों से आने वाले डॉक्टर और नर्स नहीं मिल पा रहे हैं। टेनेसी के मेम्फिस में स्थानीय फुटबाल लीग में पर्याप्त टीमें नहीं बन पा रही हैं क्योंकि अप्रवासी बच्चे आना बंद कर चुके हैं।

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    अमेरिका दुनिया के लिए अपने दरवाजे बंद कर रहा है, सीमाओं को सील कर रहा है, प्रवेश के कानूनी रास्तों को संकुचित कर रहा है और नए आने वालों तथा लंबे समय से रह रहे लोगों को बाहर जाने के लिए मजबूर कर रहा है। वीजा शुल्क बढ़ा दिए गए हैं, शरणार्थियों के प्रवेश लगभग शून्य हो गए हैं और अंतरराष्ट्रीय छात्रों के प्रवेश में भारी गिरावट आई है।

    बाइडन प्रशासन के तहत दी गई अस्थायी कानूनी राहत को रद करने से लाखों लोगों के सामने किसी भी समय निष्कासन का खतरा मंडरा रहा है। प्रशासन का कहना है कि वह पहले ही छह लाख से अधिक लोगों को निष्कासित कर चुका है। ऑक्सफोर्ड इकोनॉमिक्स का अनुमान है कि मौजूदा नीतियों के तहत शुद्ध आव्रजन (नेट इम्मिग्रेशन) लगभग साढ़े चार लाख लोग प्रति वर्ष है। यह बाइडन प्रशासन के कार्यकाल में आने वाले 20 लाख से 30 लाख लोगों की संख्या से काफी कम है।

    देश की विदेशी मूल की आबादी का हिस्सा 2024 में 14.8 प्रतिशत तक पहुंच गया, जो 1890 के बाद से सबसे अधिक है। लेकिन, व्हाइट हाउस के अधिकारियों ने स्पष्ट कर दिया है कि उनका लक्ष्य 1920 के दशक में लागू की गई आव्रजन संबंधी रोक जैसी स्थिति के करीब पहुंचना है। उस समय कांग्रेस ने दुनिया के आधे हिस्से के लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया था और शुद्ध आव्रजन को शून्य तक कम कर दिया था।

    विदेशी मूल की आबादी का हिस्सा 1970 में घटकर 4.7 प्रतिशत ही रह गया था। नई आव्रजन नीतियों ने अमेरिका में कई लोगों के पैर जमाने की कोशिशों को कमजोर कर दिया है। बहरहाल, इसमें कोई संदेह नहीं है कि बड़े बदलाव आने वाले हैं। मार्शलटाउन के नवनिर्वाचित महापौर माइकल लैडेहाफ ने कहा, 'अगर आप स्थिर रहते हैं और आपके समुदाय में नए लोग नहीं आते, तो आप बूढ़े होने लगते हैं।'