'जल्द खत्म होगा भारत-अमेरिका का तनाव', ट्रंप के मंत्री ने ही लीक कर दी अंदर की बात
अमेरिकी वित्त मंत्री स्काट बेसेंट ने कहा कि भारत और अमेरिका आपसी तनाव की समस्या का जल्द समाधान करेंगे क्योंकि दिल्ली के मूल्य रूस की तुलना में अमेरिका और चीन के मूल्यों के करीब हैं। उन्होंने एससीओ को दिखावा बताया। बेसेंट ने रूसी तेल खरीदने और यूक्रेन युद्ध को वित्तपोषित करने में भारत की बड़ी भूमिका से इनकार किया और भारत की ऊर्जा खरीद को राष्ट्रीय हित से प्रेरित बताया।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने कहा है कि भारत और अमेरिका 'दोनों महान देश' जल्द ही आपसी तनाव की समस्या का समाधान कर लेंगे।
उन्होंने कहा कि दिल्ली के मूल्य ''रूस की तुलना में हमारे और चीन के मूल्यों के ज्यादा करीब हैं।'' उन्होंने शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) को ''काफी हद तक दिखावा'' बताया। उनकी यह टिप्पणी चीन के शहर तियानजिन में एससीओ के दो दिवसीय वार्षिक शिखर सम्मेलन के बाद आई है।
'रूस-यूक्रेन युद्ध के लिए भारत नहीं जिम्मेदार'
फॉक्स न्यूज को दिए साक्षात्कार में बेसेंट ने यह भी कहा कि दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला लोकतांत्रिक देश भारत रूसी तेल खरीदने और फिर उसे दोबारा बेचने, यूक्रेन में रूसी युद्ध प्रयासों को वित्तपोषित करने के मामले में कोई बड़ी भूमिका नहीं निभा रहा है।
'देशहित में काम कर रहा भारत'
उल्लेखनीय है कि भारत ने भी रूसी कच्चे तेल की अपनी खरीद का बचाव करते हुए कहा है कि उसकी ऊर्जा खरीद राष्ट्रीय हित और बाजार की गतिशीलता से प्रेरित है। रूसी तेल की खरीद पर ट्रंप प्रशासन द्वारा भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने के बीच भारत-अमेरिका संबंधों की स्थिति के बारे में पूछे गए सवालों के जवाब में बेसेंट ने कहा कि अमेरिका-भारत व्यापार वार्ता में धीमी प्रगति भी व्हाइट हाउस द्वारा टैरिफ बढ़ाने का एक कारण है। हालांकि, भारत ने अपने ऊपर लगाए गए टैरिफ को अनुचित करार दिया है।
(न्यूज एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)
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