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    वॉट्सएप में सेंधमारी पर इजरायली जासूसी कंपनी NSO को अमेरिकी कोर्ट का झटका, देश से बाहर करने की दी चेतावनी

    Updated: Sat, 18 Oct 2025 09:54 PM (IST)

    अमेरिका की एक अदालत ने इजरायली जासूसी कंपनी एनएसओ पर व्हाट्सएप को निशाना बनाने पर स्थायी रोक लगा दी है। कोर्ट ने हर्जाने में भी कटौती की है। एनएसओ पर अपने हैकिंग टूल पेगासस के जरिये मानवाधिकारों के उल्लंघन के आरोप हैं। मेटा अधिकारियों ने इस फैसले का स्वागत किया है। एनएसओ ने कहा कि इस रोक का असर उसके ग्राहकों पर नहीं होगा।

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    वाट्सएप में घुसपैठ की कोशिश न करे इजरायली जासूसी कंपनी एनएसओ (फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका की एक अदालत ने इजरायल की जासूसी कंपनी एनएसओ को मेटा के प्लेटफार्म व्हाट्सएप को निशाना बनाने पर स्थायी तौर पर रोक लगा दी है। साथ ही कोर्ट ने चेतावनी भी दी कि ऐसा न करने पर उसे देश से अपना बोरिया बिस्तर समेटना पड़ सकता है।

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    इसके साथ ही अदालत ने कंपनी पर लगाए हर्जाने में भारी कटौती भी कर दी। यूएस डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के जज फिलिस हैमिल्टन ने अपने 25 पेज के फैसले में वाट्सएप में सेंध लगाने के एनएसओ के प्रयासों पर स्थायी रोक लगा दी है। हैमिल्टन ने जूरी ट्रायल में एनएसओ पर लगाए गए हर्जाने में भी भारी कटौती की।

    कितना जुर्माना लगाया गया

    एनएसओ पर थोपे गए 167 मिलियन डॉलर के हर्जाने को अब केवल चार मिलियन डॉलर कर दिया गया है। ये रकम एनएसओ वाट्सएप को भुगतान करेगी। एनएसओ पर रोक लगाए जाने के फैसले का मेटा अधिकारियों ने जश्न मनाकर स्वागत किया।

    वाट्सएप के प्रमुख विल कैथकार्ट ने एक्स पर कहा कि छह साल तक खींचे इस मामले के फैसले का हम स्वागत करते हैं। अब सिविल सोसाइटी के सदस्यों को निशाना बनाने पर एनएसओ को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। एनएसओ पर स्थायी रोक लगाए जाने से उसके लिए अमेरिका में काम कर पाना खासा मुश्किल भरा होगा।

    उस पर कई वर्षों से अपने हैकिंग टूल पेगासस के जरिये मानवाधिकारों के उल्लंघन के आरोप लग रहे थे। पेगासस किसी इलेक्ट्रानिक सिस्टम के साफ्टवेयर की कमजोरी का फायदा उठाकर उसमें सेंध लगाता है और सर्विलांस करने लगता है। इससे वाट्सएप उसके बड़े निशाने पर था।

    फैसले का हमारे ग्राहकों पर असर नहीं- एनएसओ

    एनएसओ ने दलील दी थी कि वाट्सएप में सेंधमारी से स्थायी रोक लगने से कंपनी खतरे में पड़ सकती है और एनएसओ कारोबार से बाहर हो सकती है। एनएसओ ने दावा किया था कि उसके स्पाईवेयर की वजह से गंभीर किस्म के अपराधों और आतंकवाद में गिरावट आई है।

    कंपनी ने कहा कि उन पर थोपे गए हर्जाने में 97 प्रतिशत की कटौती का वह स्वागत करती है। कंपनी ने ये भी कहा कि उस पर लगी रोक उसके ग्राहकों पर लागू नहीं होती है, जो लोगों की सुरक्षा के लिए कंपनी की तकनीक इस्तेमाल कर सकते हैं। कंपनी ने ये भी कहा कि वह फैसले का विश्लेषण करके अगले कदम पर विचार करेगी।

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