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    संयुक्त राष्ट्र की मुस्लिम देशों से अपील, तालिबान को 13वीं से 21वीं सदी में लाने के लिए करें मदद

    संयुक्त राष्ट्र में उप महासचिव अमीना मोहम्मद ने बुधवार को प्रेसवार्ता में कहा कि पिछले हफ्ते तालिबान के विदेश मंत्री उप प्रधानमंत्री समेत चार कैबिनेट मंत्रियों के साथ उनके प्रतिनिधिमंडल ने बैठक के दौरान स्क्रिप्ट से हटकर बात की।

    By Jagran NewsEdited By: Amit SinghUpdated: Thu, 26 Jan 2023 09:20 PM (IST)
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    तालिबान को 13वीं से 21वीं सदी में लाने के लिए मदद की अपील

    संयुक्त राष्ट्र, एपी: संयुक्त राष्ट्र की उप महासचिव ने बुधवार को मुस्लिम देशों से अपील की कि वे तालिबान को 13वीं से 21वीं सदी में लाने के लिए मदद करें। उन्होंने कहा कि वह अफगानिस्तान में महिलाओं और लड़कियों के साथ हो रहे भेदभाव को लेकर तरकश के सारे तीर आजमा चुकी हैं। नाइजीरिया सरकार की पूर्व कैबिनेट मंत्री व वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र में उप महासचिव अमीना मोहम्मद ने बुधवार को प्रेसवार्ता में कहा कि पिछले हफ्ते तालिबान के विदेश मंत्री, उप प्रधानमंत्री समेत चार कैबिनेट मंत्रियों के साथ उनके प्रतिनिधिमंडल ने बैठक के दौरान स्क्रिप्ट से हटकर बात की।

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    महिलाओं के प्रति दृष्टिकोण में हो बदलाव

    प्रतिनिधिमंडल ने महिलाओं के प्रति उन्हें दृष्टिकोण में बदलाव करने के लिए समझाने की कोशिश की थी। उन्होंने कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने उन चीजों पर जोर दिया जो तालिबानी अधिकारी दावा करते रहे हैं कि उन्होंने यह किया लेकिन मान्यता नहीं मिली। तालिबान अधिकारी इसे महिलाओं की सुरक्षा के लिए किया गया बताते हैं। यूएन उप महासचिव ने कहा कि सुरक्षा की उनकी परिभाषा को मैं महिलाओं का उत्पीड़न कहूंगी।

    महिलाओं पर लगे प्रतिबंध हटाने का दबाव

    उन्होंने बताया कि तालिबान अधिकारियों के साथ ये बैठकें अफगानिस्तान की राजधानी काबुल और इस्लामिक समूह के जन्मस्थान कंधार में हुईं। इनमें मानवाधिकार प्रमुख मार्टिन ग्रिफिथ्स और अन्य प्रमुख सहायता समूहों के प्रमुख शामिल थे। उन्होंने पिछले महीने राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय एनजीओ में महिलाओं के काम करने के प्रतिबंध हटाने को लेकर दबाव बनाया।

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