हमास-इजरायल के बीच सीजफायर पर किन-किन शर्तों पर राजी हुआ हमास, क्या है ट्रंप का गाजा प्लान?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप की चेतावनी के बाद हमास के कब्जे में इजरायली बंधकों की रिहाई की उम्मीद जगी है। ट्रंप के अल्टीमेटम के बाद हमास कई शर्तें मानने को तैयार है जिसमें बंधकों को छोड़ना शामिल है। हमास-इजरायल शांति समझौते के 72 घंटों के भीतर सभी इजरायली बंधकों को रिहा करना होगा जिसके बदले इजरायल भी फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा।

डिजटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप की चेतावनी के बाद हमास की काल कोठरी में बंद इजरायली बंधकों के छुटने की उम्मीद जग गई है। क्योंकि ट्रंप के अल्टीमेटम के बाद हमला सभी बड़ी शर्ते मानने को तैयार हो रहा है। जिमें गाजा से सभी इजरायली बंधकों को छोड़ना शामिल है। दुनियाभर की निगाहें इसी पर टिकी हुईं हैं कि क्या ट्रंप के इस प्रयास से इजरायल-हमास के बीच का संघर्ष अब खत्म हो जाएगा?
दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने हमास को गाजा के लिए शांति प्रस्ताव स्वीकार करने की बात कही। ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर चेतावनी देते हुए लिखा था, रविवार शाम 6 बजे तक हमास के साथ समझौता हो जाना चाहिए। अगर यह अंतिम समझौता नहीं हो पाता है, तो हमास के साथ ऐसा होगा, जैसा पहले कभी नहीं देखा गया होगा। ट्रंप की चेतावनी के बाद हमास कई बड़ी शर्ते मानने को तैयार है। ऐसे में चलिए जानते हैं वो कौन-कौन सी बड़ी शर्तें हैं, जिसको लेकर दोनों के बीच लंबे समय से संघर्ष चल रहा है।
जानिए ट्रंप का गाजा का लेकर क्या है प्लान?
ट्रंप के अल्टीमेटम और गाटा पीस प्लान को लेकर हमास ने हामी भर दी है। ऐसे में अब उम्मीद जताई जा रही है कि गाजा में सघंर्ष बहुत जल्द समाप्त हो जाएगा। फिलिस्तीनी मिलिशिया संगठन ने बीते दिनों ऐलान किया कि वह ट्रंप की शांति योजना के तहत सभी बंधकों को छोड़ने के लिए तैयार हैं।
हमास और इजरायल के बीच किन बड़े मुद्दों पर होगा समझौता?
72 घंटे के भीतर कैदियों को करना होगा रिहा
हमास-इजरायल के बीच शांति समझौते के 72 घंटे के भीतर जीवत और मृत सभी इजरायली बंधकों को हमास को छोड़ना पड़ेगा। इसके बदले में इजरायल को भी सैकड़ों फिलिस्तीनी कैदियों को अपनी जेल से छोड़ना होगा।
रोकने होंगे हमले
हमास-इजरायल के बीच सीजफायर होता है तो इजरायल को गाजा से अपनी सेनाओं को चरणबद्ध तरीके से हटाना पड़ेगा। बदले में गाजा को इजरायल पर रॉकेट और अन्य हमले रोकने होंगे।
तैनात होगी बहुराष्ट्रीय फोर्स
सुरक्षा के मद्देनजर गाजा में बहुराष्ट्रीय फोर्स तैनात की जाएगी। जिसमें अरब देशों, अमेरिका और नाटो देशों की भागीदारी होगी।
हमास इस बात के लिए भी राजी हो गया है कि गाजा के प्रशासन को फिलिस्तीनी टेक्नोक्रेटों के एक स्वतंत्र निकाय को सौंप देंगे।
निहत्थे होंगे उग्रवादी संगठन
अंतरराष्ट्रीय निगरानी में हमास और दूसरे उग्रवादी संगठनों के पास से सभी शस्त्र हटा दिए जाएंगे। इस दौरान हमास के जो सदस्य शांतिपूर्ण तरीके से अपने हथियारों को निष्क्रिय करने के लिए तैयार होंगे उनको माफ कर दिया जाएगा। वहीं जो सदस्य गाजा छोड़ना चाहते हैं, उन्हें सुरक्षित रास्ते से जाने की अनुमति दी जाएगी।
ट्रंप के प्रस्ताव में यह भी कहा गया है कि इजरायल 250 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा। साथ ही 7 अक्टूबर, 2023 से गिरफ्तार किए गए 1,700 गाजावासियों को भी छोड़ देगा। जिसमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।
(समाचार एजेंसी रॉयटर्स के इनपुट के साथ)
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